ग्राम पंचायतों में आत्मनिर्भरता की अलख जगाने जुटे सरपंच
बचपन सुरक्षित तो भारत विकसित : कर्मयोगी डॉ. राजकुमार मालवीय


निवाली/सेंधवा (बड़वानी)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के “आत्मनिर्भर भारत” और “स्वदेशी अपनाओ” के संकल्प को जन-जन तक पहुँचाने के उद्देश्य से निवाली और सेंधवा तहसील के प्रमुख सरपंचों की संयुक्त बैठक आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता कर्मयोगी डॉ. राजकुमार मालवीय ने की। इस दौरान कर्मभूमि संस्था द्वारा ग्राम पंचायत स्तर पर संचालित “बचपन सुरक्षित, भारत विकसित” अभियान की प्रगति पर विस्तार से चर्चा हुई।
डॉ. मालवीय ने बताया कि आत्मनिर्भर भारत की अवधारणा केवल आर्थिक स्वावलंबन तक सीमित नहीं है, बल्कि यह बच्चों के समग्र विकास और समाज की नैतिक मजबूती से जुड़ी हुई है। उन्होंने कहा — “यदि बचपन सुरक्षित रहेगा, तो भारत निश्चित रूप से विकसित बनेगा।”
उन्होंने आगामी कार्यशालाओं की रूपरेखा साझा करते हुए कहा कि अब प्रत्येक ग्राम पंचायत में शिक्षा, संस्कार, स्वास्थ्य, पोषण, अधिकार और कर्तव्यों पर केंद्रित तुलनात्मक अध्ययन एवं जागरूकता अभियान को और गति दी जाएगी।
बैठक में सरपंचों ने अपने-अपने क्षेत्रों में चल रहे प्रयासों की जानकारी साझा की और ग्राम स्तर पर स्वदेशी उत्पादों को बढ़ावा देने, बाल स्वास्थ्य व शिक्षा सुधार, तथा रोजगार सृजन को लेकर ठोस कदम उठाने का संकल्प लिया। सभी ने एक स्वर में कहा कि वे अपनी पंचायतों को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाने के लिए पूरी प्रतिबद्धता से कार्य करेंगे, ताकि युवाओं और महिलाओं को स्थानीय स्तर पर आजीविका के अवसर मिल सकें।
बैठक में प्रमुख रूप से दिनेश तिरोले (घुड़चाल), कमल बडोले (पिपरखेड़ा), रामेश्वर जाधव (दिवानी), टिकाराम मोरे (वासवी), मोहन सोलंकी (सेंगवी), आशाराम जमरे (भुलगांव), जगन मेहता (धनोरा), रामेश्वर सोलंकी (चितराई), डेमा डावर (बिजापूरी), पाडु पटेल (रामकौला), रूपला जुकटे (रेलावती) एवं समाजसेवी विनोद सोलंकी उपस्थित रहे।
नवंबर माह के अंतिम सप्ताह में भोपाल में प्रस्तावित वृहद कार्यशाला में सभी सरपंच सक्रिय सहभागिता करेंगे, जिसमें बाल अधिकार संरक्षण, कर्तव्यबोध, ग्रामीण स्वावलंबन, आर्थिक सक्षम ग्राम पंचायत और स्वदेशी उद्यमिता जैसे विषयों पर विशेषज्ञ मार्गदर्शन देंगे।


