रहवासी इलाके में शराब की दुकान के विरोध में उतरे स्कूली बच्चे
धार्मिक स्थल के कुछ ही दूरी पर स्थापित शराब की दुकानों को हटाने के लिए छात्रों व महिलाओं ने हाथों में थामी तख्तियां

मध्यप्रदेश सरकार ने प्रदेश की जनता की परेशानियों को देखते हुए धार्मिक स्थलों से शराब की दुकानों को हटाने के लिए महत्वपूर्ण और ऐतिहासिक निर्णय लिया है। लेकिन राजधानी भोपाल के रहवासी इलाकों में अलॉट की गई दुकानें आम जनता के लिए भारी परेशानी का सबब बन रही है। शहर के स्टेशन रोड स्थित साईराम कालोनी सेमरा गेट मुख्य मार्ग पर संचालित होती है जो कि धार्मिक स्थल और स्कूल के नजदीक संचालित की जा रही है। ओर यह दुकान के सभी दस्तावेज चांदबड़ के नाम से है जिसकी दुकान से दूरी 500मीटर है जिससे शराब की दुकान से हर रोज शाम को शराबियों के हरकतों से स्थानीय रहवासी, महिलाएं और स्कूली बच्चों का सामना हर रोज हो रहा है। इसके विरोध में आज बुधवार को बड़ी संख्या में स्कूली बच्चों और महिलाओं ने हाथों में तख्तियां रखकर विरोध प्रदर्शन किया।
100 मीटर की जगह 500-800 मीटर घूमकर घर जाने को मजबूर महिलाएं
स्थानीय रहवासी विशाल कुरील जीतू मालोटीया , छोटू प्रजापति ने बताया कि साईं राम कालोनी स्टेशन मुख्य मार्ग पर शराब की दुकान है सोचिए नन्हे मुन्ने बच्चे-बच्चियां स्कूल में विद्या ग्रहण करने आते हैं तो कितनी परेशानियों का सामना उठाना पड़ता होगा और विद्यालय के निकट शराब की दुकान होने पर बच्चों पर कितना बुरा प्रभाव पड़ता है। यहां से गुजरते समय कई बार तो नशे में धुत व्यक्ति गलत व्यवहार भी करते हैं जिससे आए दिन झगड़ा होता है शाम के वक्त तो यहां से निकलने तक को जगह नहीं रहती। हमारी माताएं बहने जो अपने बच्चों को विद्यालय लेने आती है कई बार तो उन्हें सौ मीटर स्थित अपने घर जाने के लिए 500- से 800 मीटर घूमकर जाना पड़ता है।
शराब की दुकान को जल्द से जल्द यहां से हटाने के लिए विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है। स्थानीय रहवासियों का कहना है कि यदि शीघ्र ही शराब की दुकान को साईराम कालोनी सेमरा मुख्य मार्ग से अन्यंत्र कहीं विस्थापित नहीं किया जाता है जबकि दुकान चांदबड़ के नाम से दस्तावेज होने के बावजूद भी तो स्थानीय रहवासी महिलाओं और स्कूली बच्चों के साथ मिलकर आंदोलन की रूपरेखा तैयार कर प्रदर्शन करेंगे।