देशराजनीतिक

शाह ने गिनाए कांग्रेस शासन में देश से भागे आतंकियों के आंकड़े

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मंगलवार को लोकसभा में ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा के दौरान कांग्रेस पर जमकर हमला बोला। शाह ने पहलगाम आतंकी हमले और ऑपरेशन सिंदूर को लेकर सरकार पर उठाए जा रहे सवालों के जवाब में कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में आतंकियों पर की जाने वाली कार्रवाई को ही कठघरे में खड़ा कर दिया। इस दौरान गृह मंत्री ने कुछ मोस्ट वॉन्टेड आतंकियों के कांग्रेस के शासनकाल के दौरान देश छोड़कर भागने का मुद्दा भी उठा दिया। उन्होंने इस दौरान दाऊद इब्राहिम से लेकर 2010 में भागे इकबाल कासकर तक का नाम ले लिया। देश की आंतरिक सुरक्षा को लेकर विपक्ष की तरफ से सरकार पर उठाए सवालों को लेकर शाह ने कहा, “ये पूछ रहे थे कि बायसरन घाटी के जो गुनहगार हैं, वे पाकिस्तान भाग गए। ये कहते थे कि गृह मंत्री क्या करते हैं, जिम्मेदारी लें। हमारी तो सेना और सीआरपीएफ ने ठोंक दिया। अब न तो मेरा जवाब देना बनता है, न उनका मांगना बनता है। लेकिन मैं उनसे कुछ पूछना चाहता हूं।”

अमित शाह ने इसके बाद कांग्रेस की सरकारों में भागे आतंकियों के नाम साझा करते हुए कहा, 

  1. दाऊद इब्राहिम 1984 में भागा राजीव गांधी की सरकार थी।
  2. सैयद सलाउद्दीन 1993 में भागा कांग्रेस की सरकार थी।
  3. टाइगर मेमन 1993 में भागा कांग्रेस की सरकार थी।
  4. अनीस इब्राहिम कासकर 1993 में भागा कांग्रेस की सरकार थी।
  5. रियाज भटकल  2007 में भागा कांग्रेस की सरकार थी।
  6. इकबाल भटकल 2010 में भागा कांग्रेस की सरकार थी।
  7. मिर्जा शादाब बेग 2009 में भागा कांग्रेस की सरकार थी।

अमित शाह ने जिन आतंकियों का जिक्र किया, वह कब भागे, किन अपराधों के गुनहगार?

1. दाऊद इब्राहिम

दाऊद इब्राहिम का इतिहास मुंबई से जुड़ा रहा है। उसका जन्म दिसंबर 1955 में रत्नागिरी जिले में हुआ था। भारत में आपराधिक और आतंकी घटनाओं को अंजाम देने के बाद भारत और अमेरिका ने उसे 2003 में वैश्विक आतंकी घोषित किया था। 1993 मुंबई बम धमाकों के मामले में उस पर 2.5 करोड़ डॉलर का इनाम भी रखा गया था। हालांकि, इसके बावजूद वह पाकिस्तान में छिपा रहा और भारत में कई और आतंकी घटनाओं में प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से शामिल रहा है।
सैयद सलाउद्दीन
सैयद सलाउद्दीन का जन्म 1946 में जम्मू-कश्मीर में हुआ था। उसका असल नाम- यूसुफ शाह है। 1987 में चुनाव हारने के बाद कश्मीरियों के खिलाफ हिंसक प्रदर्शनों से जुड़ा। बाद में आतंकी संगठन हिज्बुल मुजाहिद्दीन का सरगना बना। घाटी में आतंकियों की ट्रेनिंग में शामिल रहा। 26 जून 2017 को अमेरिका के विदेश मंत्रालय ने उसे विशेष नामित वैश्विक आतंकवादी घोषित किया था। इसके बावजूद वो अलग-अलग मौकों पर पाकिस्तान में खुलेआम घूमता और भारत-अमेरिका के खिलाफ बयान देता नजर आया।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button