कलयुग में पाप से मुक्ति मिलती है श्रीराम कथा

कलयुग के पापों से निवृत्ति पाने हेतु सार्वजनिक नौ दिवसीय श्रीमद् वाल्मीकि कथा के दूसरे दिवस मे महाराज श्री ने बड़ा ही सुंदर व्याख्यान करते हुऎ प्रभु श्री राम जी की जन्म कथा श्रावण करवाई महाराज श्री ने कहा की कौशल्या की पुत्री शांता का विवाह और विभाणडक मुनी के बेटे श्रृगी मुनि के साथ में हुआ था उन्होंने अश्वमेध यज्ञ करवाने के बाद में राजा दशरथ को पुत्र कामना के लिए पुत्र कांमेस्टी यज्ञ का आयोजन किया इस प्रकार से राजा दशरथ ने अपने दामाद श्रृंगी के द्वारा पुत्र कामेष्टि यज्ञ संपन्न करवाई और ब्राह्मणों को बहुत साधन दान देकर के ब्राह्मणों को संतुष्ट के इस प्रकार से महाराज श्री ने बड़ी ही मनमोहक कथा श्रवण कार्रवाई महाराज श्री ने बताया यह आयोजन दिनांक 6 अप्रैल से 14 अप्रैल तक निरंतर चलेगा यहां पर दूर-दूर से पधारे भक्त अगर लोग ज्यादा से ज्यादा संख्या में पहुंचकर धर्म लाभ अर्जित कर रहे हैं कथा का समय दोपहर 12:00 बजे से 4:00 बजे तक रहता है आयोजन समिति के अध्यक्ष अर्जुन गुर्जर ने जानकारी देते हुए अवगत चरण की यह एक सार्वजनिक आयोजन है जो की ग्राम के खेड़ापति हनुमान जी मंदिर स्थित बलोडिया ग्राम में है.