गिरनार वैली परिसर में श्रीमद्भागवत कथा का भव्य भंडारे के साथ समापन, सुदामा चरित्र का किया बखान
भगवान श्रीकृष्ण ने पेश की थी दोस्ती की मिसाल-आचार्य कृष्णा पांडेय
भोपाल। द्वाराकाधीश भगवान श्रीकृष्ण ने अपने बाल सखा सुदामा का आत्मीय स्वागत किया साथ ही उनको बहुत सारा धन देकर गरीबी को दूर किया। श्रीकृष्ण अपने मित्र से मिलकर भाव-विभोर हो गये थे और उनके कष्ट को दूर करके दोस्त की मिसाल पेश की। यह उद्गार गिरनार वैली परिसर भानपुर ब्रिज के पास चल रही श्रीमद्भागवत कथा में व्यास पीठस्थ आचार्य कृष्णा पांडेय ने व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि सच्चा दोस्त एक खजाने की तरह है जो मुश्किल में आपके काम आ सकता है। श्रीकृष्ण सुदामा मिलन के प्रसंग को सुनकर श्रोता भाव विभोर हो गए। शुक्रवार को कथा का समापन हुआ। कथा स्थल पर संगीतमय श्रीमद्भागवत कथा के साथ ही आज फूलों की होली खेली गई। वहां पर मौजूद श्रद्धालु श्रीकृष्ण की भक्ति में झूम उठे। श्रीमद्भागवत कथा का समापन हवन और भंडारे के साथ किया गया।
भंडारे में श्रद्धालुओं ने ग्रहण की प्रसादी
कथा स्थल पर शुक्रवार को भंडारे का आयोजन किया गया। इस अवसर पर सैकड़ों की संख्या में लोगों ने प्रसादी ग्रहण की। देर शाम तक भंडारा चलता रहा। कार्यक्रम में आयोजक एस के द्विवेदी, अरुण श्रीवास्तव, रमाकांत गुप्ता, सीबीएस चौहान, शैलेष शर्मा और जसवीर सिंह राठौर और भूपेंद्र श्रीवास्तव सहित काफी संख्या में श्रद्धालु मौजूद थे।