श्रीमद् भागवत कथा जीवन का आधार ग्रंथ है- प्राची देवी

भोपाल |श्रीमद् भागवत कथा अलौकिक है इसके श्रवण करने से ही भक्ति का पादुरभाव हो जाता है यह ऐसी कथा है जो हमें भक्ति के साथ ज्ञान का बोध कराती है कि हम यह तय कर ले हमारे जीवन में क्या उचित है क्या अनुचित, यही ज्ञान मानव जीवन में भगवत भक्ति के साथ शांति और आनंद प्रदान करता है| उक्त उद्गगार आज विट्ठल मार्केट दशहरा मैदान में संत मंगलम, सीमा, अंकुर सोनी की स्मृति में आयोजित श्रीमद् भागवत कथा का वाचन करते हुए अंतरराष्ट्रीय कथा प्रवाहक प्राची देवी ने व्यक्त किए |
उन्होंने कहा कि श्रीमद् भागवत कथा जीवन का आधार ग्रंथ है| भक्ति, ज्ञान, वैराग्य के साथ ही यह आध्यात्म का विवेचन है भक्ति के बिना मनुष्य का जीवन नीरस हो जाता है जब भक्ति ज्ञान वैराग्य मानव जीवन में आते हैं तो उसके अंतः करण में स्वत: ही अध्यात्म का प्राकट्य हो जाता है|
वर्तमान युग की आवश्यकता के बारे में उन्होंने कहा कि युवा तरुणाई को आध्यात्मिकता की ओर ले जाने के लिए भगवान श्री कृष्ण के मुखाग्रविंद से प्रभावित हुई श्रीमद् भागवत गीता और रामचरितमानस का अध्ययन करना और वरिष्ठ जनों के द्वारा कराना आवश्यक है| कथा से पूर्व शिव मंदिर मन्नीपुरम से भव्य कलश यात्रा निकाली गई जो विभिन्न मार्गो से होती हुई कथा स्थल पहुंची| प्रारंभ में व्यास पीठ का पूजन मुख्य यजमान स्वदेश सरोज सोनी, प्रभात, भारत विश्वबंधु सोनी चंद्रशेखर तिवारी मुकेश राय प्रमोद नेमा आदि ने किया|