
भारत में वाहनों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए स्कोडा ऑटो फॉक्सवैगन इंडिया ने एक बड़ा कदम उठाया है। कंपनी ने अपनी कुछ लोकप्रिय मॉडल में संभावित तकनीकी खराबियों के कारण 47,000 से ज्यादा यूनिट्स को वापस मंगवाने (रिकॉल करने) का फैसला किया है। इनमें सीट बेल्ट की फिटिंग और वेल्डिंग में गड़बड़ी पाई गई है, जो यात्रियों की सुरक्षा के लिए खतरा बन सकती है। इस रिकॉल में स्कोडा की Kushaq (कुशाक) कॉम्पैक्ट एसयूवी, Slavia (स्लाविया) सेडान और हाल ही में लॉन्च की गई Kylaq (काइलैक) सब-कॉम्पैक्ट एसयूवी शामिल हैं। इन तीनों मॉडल्स की कुल 25,772 यूनिट्स को वापस मंगवाया जा रहा है। वहीं फॉक्सवैगन की तरफ से Taigun (ताइगुन) एसयूवी और Virtus (वर्टस) सेडान की 21,513 यूनिट्स को रिकॉल किया गया है। ये सभी गाड़ियां 24 मई 2024 से 1 अप्रैल 2025 के बीच बनी हैं। अभी तक हर मॉडल में कितनी यूनिट्स प्रभावित हुई हैं, इसका सही आंकड़ा सामने नहीं आया है। कंपनी के मुताबिक, क्वालिटी कंट्रोल की जांच के दौरान यह समस्या सामने आई। खासकर फॉक्सवैगन ताइगुन और वर्टस की कुछ यूनिट्स में पीछे की सीट के सीट बेल्ट में खराबी पाई गई है। अगर सामने से टक्कर हो जाए, तो पीछे की सीटों पर लगे बेल्ट की बकल टूट सकती है। या फिर सीट बेल्ट का वेबबिंग और दाहिनी तरफ के बेल्ट की बकल भी फेल हो सकती है। इससे पीछे बैठे यात्रियों की सुरक्षा खतरे में पड़ सकती है। स्कोडा और फॉक्सवैगन दोनों कंपनियों ने इस पर एक साझा बयान जारी किया है। उन्होंने कहा, “ग्राहकों की सुरक्षा और क्वालिटी के उच्चतम मानकों को बनाए रखने के लिए, स्कोडा ऑटो फॉक्सवैगन इंडिया ने स्लाविया, कुशाक, काइलैक और फॉक्सवैगन वर्टस व ताइगुन (जिनका निर्माण 24 मई 2024 से 1 अप्रैल 2025 के बीच हुआ है) को वापस मंगवाने का फैसला किया है। यह कदम संभावित सीट बेल्ट की समस्या को दूर करने के लिए उठाया गया है। हमारे अधिकृत सर्विस सेंटर ग्राहकों से खुद संपर्क कर रहे हैं ताकि इस प्रक्रिया को जल्दी और आसानी से पूरा किया जा सके।”