अध्यात्मखबरमध्य प्रदेश

भारतीय स्टेट बैंक ज्ञानार्जन केन्द्र भोपाल द्वारा नवनियुक्त परिवीक्षाधीन अधिकारीगण एवं कर्मचारियों के लिए योग प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया 

 

आज दिनाँक 14 जुलाई को भारतीय स्टेट बैंक ज्ञानार्जन केन्द्र भोपाल द्वारा बैंक के नवनियुक्त परिवीक्षाधीन अधिकारीगण एवं कर्मचारियों के लिए योग प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया। योग प्रशिक्षण योग गुरु महेश अग्रवाल द्वारा दिया गया।
इस अवसर पर केन्द्र के निदेशक संजय कुमार ने कहा कि किसी भी कार्य क्षेत्र में मनुष्य की प्रगति के लिए न केवल उसको शारीरिक रुप से स्वस्थ होना चाहिए, बल्कि उसका मानसिक रुप से स्वस्थ होना भी अनिवार्य है। इस अवसर पर प्रमुख रुप से संकाय प्रमुख मुख्य प्रबंधक नीरज याग्निक सहित पूरे देश से बैंक के नवनियुक्त परिवीक्षाधीन अधिकारीगण एवं कर्मचारी उपस्थित रहें।

योग गुरु महेश अग्रवाल ने योग आसन एवं प्राणायाम का अभ्यास का प्रशिक्षण देते हुए यौगिक जीवनशैली और चक्रों की सजगता के बारे में बताया कि स्नायुतंत्र और मस्तिष्क के बीच व्यवहार का एक संबंध होता है, वैसे ही व्यवहार का एक संबंध सूक्ष्म शरीर में स्थित चक्रों का मस्तिष्क के साथ होता है। उन्होंने उदाहरण दिया कि शरीर का व्यवहार मस्तिष्क द्वारा नियंत्रित होता है। मस्तिष्क स्नायुतंत्र को आदेश देता है- हाथ हिलाओ। मस्तिष्क का आदेश स्नायुतंत्र में आता है, हाथ हिलते हैं, हाथ हिलने के बाद स्नायुतंत्र से संदेश जाता है कि हाथ हिल गया है। जैसे मस्तिष्क और स्नायुतंत्र के संबंध के कारण शरीर में हलचल होती है, उसी प्रकार सूक्ष्म शरीर में स्थित चक्रों और मस्तिष्क के सम्पर्क और संबंध के कारण जीवन में विभिन्न अवस्थाओं का अनुभव भी होता है। वास्तव में देखा जाए तो जीवन चक्रों की ही अभिव्यक्ति है।

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