
भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बीच भारतीय शेयर बाजार गुरुवार 8 मई को लाल निशान में बंद हुए। सेंसेक्स 411 अंक टूट गया। वहीं निफ्टी गिरकर 24,300 के नीचे फिसल गया। इसके चलते शेयर बाजार में निवेशकों के आज करीब साढ़े 5 लाख करोड़ रुपये डूब गए। भारत के ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद पाकिस्तान ने बुधवार की रात भारत के 15 शहरों को निशाना बनाते हुए हमले की कोशिश की। भारत ने पाकिस्तान की इस नापाक कोशिश को न सिर्फ नाकाम किया, बल्कि लाहौर में उसके एयर डिफेंस सिस्टम को भी तबाह कर दिया। इस खबर के बाद निवेशकों ने सतर्क रुख अपनाया और बाजार अपनी शुरुआती बढ़कर खोकर नीचे आ गया।
छोटे और मझोले शेयरों में भी गिरावट देखने को मिली। बीएसई का मिडकैप इंडेक्स 1.90 फीसदी और स्मॉलकैप इंडेक्स 1.05 फीसदी गिरकर बंद हुआ। आईटी को छोड़कर बाकी सभी सेक्टोरल इंडेक्स भी लाल निशान में बंद हुए। कारोबार के अंत में बीएसई सेंसेक्स 411.97 अंक या 0.51 फीसदी टूटकर 80,334.81 के स्तर पर बंद हुआ। वहीं एनएसई का 50 शेयरों वाला इंडेक्स 140.60 अंक या 0.58 फीसदी गिरकर 24,273.80 के स्तर पर बंद हुआ।
निवेशकों के ₹5.4 लाख करोड़ डूबे
बीएसई में लिस्टेड कंपनियों का कुल मार्केट कैपिटलाइजेशन आज 8 मई को घटकर 418.10 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच गया, जो इसके पिछले कारोबारी दिन यानी बुधवार 7 मई को 423.50 लाख करोड़ रुपये रहा था। इस तरह BSE में लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैप आज करीब 5.4 लाख करोड़ रुपये घटा है। या दूसरे शब्दों में कहें तो निवेशकों की संपत्ति में करीब 5.4 लाख करोड़ रुपये की गिरावट आई है।
सेंसेक्स के इन 5 शेयरों में रही सबसे अधिक तेजी
बीएसई सेंसेक्स के 30 में से सिर्फ 7 शेयर आज हरे निशान में यानी बढ़त के साथ बंद हुए। इसमें एचसीएल टेक (HCL Tech) के शेयरों में 1.05 फीसदी की सबसे अधिक तेजी रही। इसके बाद कोटक महिंद्रा बैंक (Koatak Mah Bank), एक्सिस बैंक (Axis Bank), टाइटन (Titan) और टाटा मोटर्स (Tata Motors) के शेयर 0.21 फीसदी से लेकर 0.81 फीसदी की बढ़त के साथ बंद हुए।
सेंसेक्स के ये 5 शेयर सबसे अधिक लुढ़के
वहीं सेंसेक्स के बाकी 23 शेयर आज गिरावट के साथ बंद हुए। इसमें भी इटर्नल (Eternal) का शेयर 3.14 फीसदी की गिरावट के साथ टॉप लूजर्स रहा। वहीं महिंद्रा एंड महिंद्रा (M&M), मारुति सुजुकी (Maruti Suzuki), बजाज फाइनेंस (Bajaj Finance) और टाटा स्टील (Tata Steel) के शेयरों में 1.81 फीसदी से लेकर 2.85% तक की गिरावट देखी गई।