
वैश्विक बाजारों से मजबूत संकेतों के बीच भारतीय शेयर बाजार सप्ताह के आखिरी ट्रेडिंग सेशन यानी शुक्रवार (2 मई) को हरे निशान में बंद हुआ। हालांकि, फार्मा और मेटल स्टॉक्स में बिकवाली ने बेंचमार्क इंडेक्स सेंसेक्स और निफ्टी 50 में शुरुआती तेजी को सिमित कर दिया। तीस शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स (BSE Sensex) आज मजबूती के साथ 80,300.19 अंक पर ओपन हुआ। कारोबार के दौरान यह 81,177.93 अंक तक उछल गया था। अंत में सेंसेक्स अपनी बढ़त को कम करते हुए 259.75 अंक या 0.32% की बढ़त लेकर 80,501.99 पर बंद हुआ। इसी तरह, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) का निफ्टी-50 (Nifty-50) जोरदार तेजी के साथ 24,311.90 अंक पर ओपन हुआ। कारोबार के दौरान यह 24,589.15 अंक के हाई लेवल तक गया। अंत में यह 12.50 अंक या 0.05% की मामूली बढ़त के साथ 24,346.70 पर बंद हुआ।
टॉप गेनर्स
सेंसेक्स में शामिल शेयरों में अदाणी पोर्ट्स (Adani Ports) सबसे ज्यादा लाभ में रहा। अदाणी ग्रुप के शेयर मजबूत तिमाही के नतीजों के दम पर 5 फीसदी से ज्यादा चढ़कर बंद हुआ। बजाज फाइनेंस, इंडसइंड बैंक और मारुति सुजुकी सबसे ज्यादा लाभ में रहे।
टॉप गेनर्स
दूसरी तरफ, बेंचमार्क इंडेक्स में नेस्ले इंडिया (Nestle India), एनटीपीसी, भारती एयरटेल, अल्ट्राटेक और एचयूएल सबसे ज्यादा नुकसान में रहने वाले शेयरों की सूची में रहे।
निफ्टी मिडकैप गिरा, स्मॉलकैप चढ़ा
ब्रोडर मार्केटस में निफ्टी मिडकैप 100 में 0.5 प्रतिशत की गिरावट आई। जबकि निफ्टी स्मॉलकैप 100 इंडेक्स 0.24 प्रतिशत चढ़कर बंद हुआ। इसके अलावा निफ्टी आईटी, ऑटो, बैंक और तेल एवं गैस इंडेक्सिस में तेजी रही। जबकि एनर्जी, एफएमसीजी, फार्मा और रियल्टी लाल निशान में रहे।
स्टॉक मार्केट आउटलुक
LKP सिक्योरिटीज में सीनियर टेक्निकल एनालिस्ट रूपक डे ने कहा, ”निफ्टी इंडेक्स ने इस सप्ताह के दौरान उतार-चढ़ाव भरे कारोबार का सामना किया है। जहां 24,550 के स्तर के पास रेजेक्शन मिलने के बाद इसमें तेज गिरावट देखी गई। डेली चार्ट पर बनी लंबी अपर विक कैंडल यह दर्शाती है कि ऊपरी स्तरों पर बिकवाली का दबाव बना हुआ है।”
उन्होंने कहा, आगे चलकर, 24,250 का स्तर एक अहम सपोर्ट बना हुआ है। अगर निफ्टी इस स्तर से नीचे फिसलता है, तो इसमें 24,000 तक करेक्शन देखने को मिल सकता है। फिलहाल इंडेक्स 24,000 से 24,550 के दायरे में सीमित रह सकता है। जब तक निफ्टी मजबूती से 24,550 के ऊपर ब्रेकआउट नहीं देता, तब तक कोई बड़ी रैली की संभावना नहीं दिखती।”