अस्पताल में भी किया गया मानसिक शोषण
परिजनों के अनुसार, डॉक्टर पर अधिकारियों और राजनीतिक दबाव में फर्जी मेडिकल रिपोर्ट बनाने के लिए मजबूर किया जा रहा था। उनके रिश्तेदारों के अनुसार, उन्हें बिना मरीज की मौजूदगी के भी फिटनेस और पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट तैयार करने के लिए कहा गया। डॉक्टर ने पहले भी दो-तीन बार शिकायत दर्ज कराई थी। लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। उन्होंने अपने सुसाइड नोट में लिखा था कि अगर उन्हें कुछ हुआ तो जिम्मेदार कौन होगा?