सुर शंकरा ने पॉलिटेक्निक कॉलेज में की गीतों की बारिश

सुर शंकरा म्यूज़िकल ग्रुप की 148वीं संगीतमयी प्रस्तुति 13 अप्रैल को पॉलिटेक्निक कॉलेज के ऑडिटोरियम में माननीय पूर्व मुख्यमंत्री उमाश्री भारती जी के प्राइव्हेट सेक्रेटरी उमेश गर्ग, एम-3 ग्रुप के अध्यक्ष दिनेश गर्ग व सचिव अरविंद दयाल शर्मा, व्यास म्यूज़िकल ग्रुप के संस्थापक एम. पी. व्यास व अध्यक्ष संजय पी. एल. व्यास, उड़ान म्यूज़िकल ग्रुप के अध्यक्ष राजू बड़गूजर सहित अन्य गणमान्य नागरिकों व दर्शकों की उपस्थिति में अपार सफलता के साथ सम्पन्न हुई l ग्रुप के कार्य. अध्यक्ष/मैनेजर इंजी. प्रतीक गर्ग एवं प्रेरणास्रोत/सिंगर निहारिका गर्ग ने बताया कि सुर शंकरा द्वारा प्रदेश के भिन्न भिन्न जिलों में स्थापित कारागारों (जेल) में परिरुद्ध बंदी भाइयों बंदी बहनों को अपराध की दुनिया से दूर रहकर स्वस्थ वातावरण में अपना रोजगार स्थापित कर परिवार सहित ख़ुद का जीवन यापन करने का संदेश देते हुए संगीत के माध्यम से खुशियाँ प्रदान की दृष्टि से अनेकों निःशुल्क कार्यक्रम किये जा चुके हैं वहीं दूसरी तरफ़ भोपाल में लगने वाले मेलों में भी सुर शंकरा की उपस्थिति दिखाई देती है l
ग्रुप के संस्थापक/अध्यक्ष भजन लेखक सुरेश गर्ग ने कार्यक्रम को सफल बनाने के लिये पॉलिटेक्निक प्रशासन, पुलिस प्रशासन सहित उपस्थित दर्शकों का आभार व्यक्त करते हुए बताया कि विश्व संगीत एवं योग दिवस के अवसर पर 21 जून को सुर शंकरा की 151वीं संगीतमयी प्रस्तुति पॉलिटेक्निक कॉलेज में ही होने वाली है जिसमें भी दर्शकों के पास यदि समय हो तो उपस्थित होकर सफल बनाने का अनुरोध किया है l
कार्यक्रम की संभागीय अध्यक्ष व एंकर आयशा खान ने वॉइस ऑफ़ लता मंगेशकर अवार्डी रीता बोथे की मधुर आवाज़ में नमो नमो हे शंकरा से शुरुआत करने आमंत्रित किया उसी दौरान ग्रुप के सिंगर्स द्वारा दीप प्रज्ज्वलन किये जाने के उपरांत लगातार एक से बढ़कर एक गीतों की बौछार होने शुरू हुई जिसमें बेबी अलीज़ा खान ने उनसे मिली नज़र के मेरे होश उड़ गये, आयशा खान ने तेरे बिन नहीं जीना मर जाना, प्रतिभा अग्रवाल ने ये मेरा दिल यार का दीवाना, निवेदिता व्यास ने आप जैसा कोई मेरी ज़िन्दगी में आये, संध्या दुराफे ने रुक जा ए हवा, रीता बोथे ने प्यार हुआ चुपके से, बी. एल. रायकवार ने दिये जलते हैं फूल खिलते हैं, श्याम अग्रवाल ने झांझरिया उसकी छनक गई, पंजाब केसरी के एडिटर वरिष्ठ पत्रकार सुमित शर्मा ने मेरे सपनों की रानी कब आएगी तू, के अलावा युगल गीतों में डॉली सरीन व राजेश सरीन ने तुमने किसी से कभी प्यार किया है, मीता श्रीवास्तव व सुरेश गर्ग ने इन हवाओं में इन फ़िज़ाओं में, नीना खपरडे व राकेश निंदाने ने प्रियतमा ओ मेरी प्रियतमा, रिंकी सोनकर व बी. एल. रायकवार ने एक मैं और एक तू, निवेदिता व्यास व सुरेश गर्ग ने इक प्यार का नग़्मा है, अमिता बोरसे व दिलिप बोरसे ने एक रास्ता है ज़िन्दगी, इसरार खान व अनिल नरवारे ने बने चाहे दुश्मन ज़माना हमारा, रीता बोथे व बी. एल. रायकवार ने तेरे बिना ज़िन्दगी से शिकवा, बेबी अलीज़ा खान व सुरेश गर्ग ने कोरा कागज़ था ये मन मेरा, नीतू मलिक व दिनेश मलिक ने कौन दिसा में लेके चला रे बटुहिया, लता पाटिल व ए. आर. पाटिल ने याद किया दिल ने गाकर दर्शकों को मनमोहित करने में सफलता पाई वहीं कार्यक्रम के बीच में जब टाइटल गीत इतना मैं चाहूँ तुझे कोई किसी को न चाहे… ग्रुप के अध्यक्ष भजन लेखक सुरेश गर्ग ने ग्रुप की संभागीय अध्यक्ष व एंकर आयशा खान के साथ तथा इन दोनों ने ही कार्यक्रम का समापन गीत हम तुम्हें इतना प्यार करेंगे गाया तो तालियों की गड़गड़ाहट से ऑडिटोरियम गुंजायमान हो गया l
कार्यक्रम के बीच शिव शक्ति म्यूज़िकल ग्रुप की ऑर्गनाइज़र सिंगर शोभा लहेरिया द्वारा संगीत के प्रति अपार रूचि रखने एवं एक से बढ़कर एक कार्यक्रम करने की दृष्टि से उन्हें पुष्पगुच्छ, श्रीफल, शॉल व स्मृति चिन्ह भेंट कर “बेस्ट फीमेल ऑर्गनाइज़र अवार्ड” से विभूषित कर सम्मानित किया गया l
कार्यक्रम में मंच की साज-सज्जा की जिम्मेदारी नुक्ता गुरु फाज़ील खान, एंकरिंग आयशा खान, लेपटॉप ऑपरेटिंग कप्तान बी. एल. रायकवार, वीडियोग्राफी राजेश सरीन, साउंड ऑपरेटिंग आसिफ खान, दर्शकों को सुव्यवस्थित सीट तक बैठाना इसरार खान द्वारा निबाही गई जो प्रशंसनीय रही l