सुशीला गोर सिंह भूरिया ने चरेल की गोयली नदी में की पुल बनाने की मांग
भोपाल में पंचायत प्रतिनिधियों की राज्य स्तरीय कार्यशाला आयोजित


भोपाल, राजधानी स्थित मिंटो हॉल में पंचायत प्रतिनिधियों की राज्य स्तरीय कार्यशाला आयोजित की गई। कार्यशाला में प्रदेश सरकार में पंचायत मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल की उपस्थिति में प्रदेश के विभिन्न जिलों से आए ज्ञान प्रतिनिधियों ने अपनी बातें रखीं। मेघनगर जनपद की उपाध्यक्ष सुशीला गोर सिंह भूरिया ने ग्राम चरेल स्थित गोयली नदी में पुल के निर्माण की मांग की। ग्राम बावड़ी, जिला झाबुआ पंचायत मेघनगर से आए गोर सिंह भूरिया ने बताया कि घरेलू की गोयली नदी में पुल नहीं होने की वजह से 15 से 20 गांव के लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि नदी के उस पर श्मशान घाट होने की वजह से लोग अंतिम संस्कार करने के लिए भरी हुई नदी को पार करके जाते हैं जिससे हादसे का खतरा बना रहता है। उन्होंने कहा कि किसाने की खेती भी नदी के दूसरे पार पर है जिसकी वजह से किसान भी पुल न होने के कारण परेशान हैं। बीज , खाद और अनाज लेकर नदी को पार करना जोखिम भरा रहता है । उन्होंने सरकार से मांग की है कि जल्द पुल का निर्माण किया जाए । गोर सिंह भूरिया ने कहा कि नदी पर डैम बन जाने से अक्सर पानी भरा रहता है इससे कई गांव के किसानों और रहवासियों को समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है । मेरी सरकार से मांग है कि पुल का शीघ्रता से निर्माण किया जाए।
ग्राम सभा में पास किया जा चुका है प्रस्ताव
पुल की मांग को लेकर सुशिला गोरसिंह भूरिया, उपाध्यक्ष, जनपद पंचायत मेघनगर, जिला झाबुआ द्वारा ग्राम चरेल के गोयली नदी पर आवागमन कि सुविधा नही होने के कारण शमशान घाट तक जाने में बहुत असुविधा होती है, जिस हेतु पुलिया का निर्माण कार्य किया जाना अति आवश्यक है, जिस हेतु ग्रामसभा में प्रस्ताव रखा गया एवं ग्रामसभा में अनुिमोदन भी किया गया है। जिसमें ग्राम सभा के निर्णय अनुसार ग्राम चरेल में गोयली नदी पर शमशान घाट है। इसलिय उक्त नदी पर पुलिया निर्माण कार्य का ग्रामसभा में सर्व सहमति से होने के कारण से शव को ले जाने में काफी कठिनाईयों का सामना करना पड़ता है इसलिए प्रस्ताव पारित किया गया, जिसमें कार्य की अनुमानित लागत राशि रूपये 50.00 लाख अंकित की जाती है।


