तकनीकी शिक्षा अतिथि व्याख्याताओं को पांच दिन का आर्थिक नुकसान
भोपाल, दिवाली के त्योहार के दौरान भी तकनीकी शिक्षा के अतिथि व्याख्याताओं को आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है। पॉलीटेक्निक अतिथि विद्वान (व्याख्याता) संघ के प्रदेश अध्यक्ष ऋषभ पस्टारिया ने बताया कि प्रदेश में तकनीकी शिक्षा विभाग ऐसा विभाग है जहां मध्यप्रदेश केबिनेट, मंत्री मंडल, कमिश्नर, और उच्च अधिकारियों पर पॉलीटेक्निक प्राचार्यों के आदेश भारी पड़ रहे है। इसका खामियाजा यह है कि आधे से अधिक प्रदेश में अतिथि व्याख्याताओं की दीवाली पूर्व वर्षों की तरह अंधकार मय और निराशा जनक बनने जा रही है। मुख्य रूप से पिछले साल 05 अक्टूबर 2023 को समूचे प्रदेश में अतिथि व्याख्याता (विद्वानों) के कैबिनेट आदेश के परिणाम स्वरूप तकनीकी शिक्षा विभाग द्वारा 08 नवंबर 2023 को कुल 18 बिंदु उल्लेखित करते हुए अनुबंध निर्देश आदेश जारी किया। उपरोक्त आदेश के बिंदु 8 अनुसार शासकीय अवकाश को छोड़कर समस्त दिवसों में कोलेज में उपस्थित रहकर विभागीय कार्य संपादित करवाए जाने का उल्लेख है। किंतु आज एक साल बाद भी मनमाने और द्वेषपूर्ण भावना के साथ अलग – अलग शासकीय पॉलिटेक्निक कॉलेज प्राचार्यों द्वारा अलग अलग आदेश लागू किया जा रहा है। बर्ष 2023 के दीपावली और दशहरा के समय 6 दिवसों और बर्ष 2024 मे 5 दिवसों का आर्थिक नुकसान हो रहा है। इसके लिए पूरे प्रदेश के अतिथि व्याख्याताओं ने मंत्री तकनीकी शिक्षा विभाग, प्रमुख सचिव, आयुक्त तकनीकि शिक्षा एवं अन्य विभागीय अधिकारियों को बार बार अवगत भी कराया परन्तु आज दिनांक तक विभागीय कार्यवाही के आभाव में स्थिति ज्यों की त्यों बनी हुई है। अधिक जानकारी देते हुए प्रदेश महासचिव देवी दीन अहिरवार ने बताया कि मुख्यमंत्री कार्यालय से प्रदेश के अतिथि व्याख्याताओं की इस समस्या के निराकरण के संबंध में आगामी कार्यवाही हेतु तकनीकी शिक्षा विभाग को जानकारी प्रेषित की गई है। प्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव आग्रह है कि तकनीकी शिक्षा विभाग में व्याप्त विसंगति और संस्था प्राचार्यों की मनमानी को रोकते हुए, मध्यप्रदेश के करीब 60 पॉलिटेक्निक कालेजों में अतिथि व्याख्याताओं के साथ न्याय कर भेदभाव को समाप्त करे जिससे पूरे प्रदेश में सभी अतिथि व्याख्याता और उनके आश्रित परिवार हर्षोल्लास के साथ एक जैसी दीवाली मना सके।