इजरायल ईरान युद्ध का असर बाजारों पर शुरू, खाद्य तेल, दालें, ड्राई फ्रूट सेंधा नमक के रेट बढ़े
बासमती चावल के निर्यात नहीं होने के कारण भारत तो हो रहा हजारों मिलियन डॉलर का नुकसान

भोपाल। निश्चित तौर पर जब दो देश आपस में लड़ते हैं तो इसका असर सिर्फ वह दो देशों पर नहीं बल्कि पूरी दुनिया पर पड़ता है। भोपाल किराना व्यापारी महासंघ के महामंत्री एवं कैट के पूर्व प्रवक्ता विवेक साहू ने बताया कि ईरान इसराइल युद्ध का असर भी धीरे-धीरे होने लगा है अगर हम बात करें अपने देश की या फिर अपने शहर भोपाल की तो खाद्य तेल, दालें , ड्राई फ्रूट्स, सेंधा नमक महंगा हो चुका है वही आने वाले समय में रसोई गैस,पेट्रोल, डीजल के दाम भी बढ़ने की संभावना है। यदि पेट्रोल डीजल के दाम बड़े तो निश्चित तौर पर माल भाड़ा भी बढ़ेगा इस कारण से भविष्य मे आवश्यक वस्तुओं की कीमतें बढ़ना तय हैं। खाद्य तेलों में यहां 5rs से 6rs किलो तो वहीं दालो मे भी ₹3 से ₹4 किलो तक बढ़ चुके हैं, ड्राई फ्रूट्स मे भी 40 रुपए से 60 रुपए किलो तक बढ़ चुके हैं। भोपाल किराना व्यापारी महासंघ के महामंत्री एवं कैट के पूर्व प्रवक्ता विवेक साहू ने आगे बताया कि पाकिस्तान से पहले खास तौर से खजूर और सेंधा नमक आता था परंतु पाकिस्तान के लगातार आतंकवादी हमले एवं भारत-पाक युद्ध के बाद यह दोनों वस्तुएं भारत के व्यापारियों ने मांगना बंद कर दिया था इसकी जगह ईरान से आने लगा था परंतु युद्ध के बाद इनकी सप्लाई भी कम हो गई है। परंतु अभी बाजार में स्टॉक मौजूद है परन्तु आने वाले समय में त्यौहार आने वाले हैं इन त्योहारों में श्रद्धालु व्रत रखते हैं और व्रत में ड्राई फ्रूट एवं सेंधा नमक का उपयोग बहुत अधिक मात्रा में होता है हालांकि सेंधा नमक भी 10 रुपए किलो तक बढ़ चुका है।इसके अलावा भारत ईरान को केला, बंगाली चने, चाय के साथ साथ बासमती चावल निर्यात करता है। अभी हाल में लखो टन बासमती चावल भारत के बंदरगाहों पर एक सप्ताह से अटका पड़ा है यह सभी सामग्री भेजनें मे परेशानी आ रही है। केवल बासमती चावल से ही भारत को 753 मिलियन डॉलर का नुकसान हो रहा है।