ट्राइबल के कर्मचारियों को मिलने वाला अतिरित एच आर ए गायब
ट्राइबल के कर्मचारियों का आई एफ एम आई एस से अनुसूचित क्षेत्र भत्ता भी गायब

ट्राइबल वेलफेयर टीचर्स एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने अधिकारियों से लगाई गुहार
ट्राइबल वेलफेयर विभाग के शिक्षक इन दिनों अपनी कई समस्याओं को लेकर परेशान हैं और संबंधित अधिकारियों से लगातार मुलाकात भी कर रहे हैं लेकिन समस्याएं खत्म नहीं हो रहीं हैं जहां एक और जनजातीय कार्य विभाग के माध्यमिक और उच्च माध्यमिक शिक्षक उच्च पद प्रभार की कार्यवाही न होने से दुखी हैं वहीं इंदौर संभाग में प्राथमिक शिक्षकों तक के उच्च पद की कार्यवाही पूर्ण नहीं हुई है। ट्राइबल वेलफेयर टीचर्स एसोसिएशन मप्र जहां एक ओर इन समस्याओं के निराकरण का प्रयास कर रहा है वहीं दूसरी ओर नई समस्याएं जन्म लेती जा रहीं है। एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने प्रदेश अध्यक्ष डी के सिंगौर की अगुवाई में ट्राइबल विभाग के अधिकारियों से लेकर वित्त विभाग के सचिव स्तर के अधिकारियों को अवगत कराया कि अनुसूचित क्षेत्र में पदस्थ कर्मचारियों को गृह भाड़ा भत्ता एक प्रतिशत अधिक देय था। लेकिन 3 अप्रैल 2025 के वित्त विभाग द्वारा जारी परिपत्र से वेतन पुनरीक्षण नियम 2017 के द्वारा गृह भाड़ा भत्ता की दरों में पुनरीक्षण होने के उपरांत अनुसूचित क्षेत्र में पदस्थ कर्मचारियों के गृह भाड़ा भत्ते की दरों को एक समान कर दिया है जबकि अनुसूचित क्षेत्रों में पदस्थ कर्मचारियों के गृह भाड़ा भत्ते में अनुपातिक वृद्धि की जानी थी। इसी प्रकार बिना कोई आदेश के अनुसूचित क्षेत्र भत्ता भी एक साल से मिलना बंद हो गया है। वित्त विभाग के प्रमुख सचिव हृदयेश श्रीवास्तव ने पदाधिकारियों से दोनों समस्याएं सुनी और निराकरण का आश्वासन दिया। पदाधिकारियों ने
आदि भवन, वल्लभ भवन और विकास भवन से लेकर पर्यावास भवन तक बहुत से संबंधित अधिकारियों से मुलाकात की और उनसे पंचायत सेवाकाल की ग्रेच्युटी का भुगतान,ऑनलाइन ट्रांसफर में आने वाली समस्याओं, उच्च पद प्रभार, वरिष्ठता सूची, अंतर्विभागीय पारस्परिक स्थानांतरण आदि मुद्दे मुख्य रूप से रखे गए। प्रतिनिधि मंडल में प्रांतीय महासचिव सुरेश यादव, प्रांतीय महासचिव सुश्री शिरीन कुरैशी, संयुक्त सचिव अरुण सिंह कुशवाहा, खरगोन जिला अध्यक्ष अतीक खान और हीरानंद नरवरिया थे।