वीर की विरासत और बलिदान नृत्य नाटिका के माध्यम से भगवान महावीर के जीवन दर्शन और सिद्धांत को बताया गया

वीर की विरासत और बलिदान नृत्य नाटिका के माध्यम से भगवान महावीर के जीवन दर्शन और सिद्धांत को बताया गया
भोपाल शामला हिल्स स्थित साइंस सेंटर में श्वेतांबर मूर्ति पूजक संघ ट्रस्ट के तत्वाधान में समाज के युवाओं ने श्रद्धा और भक्ति की अनुभूति देने वाली अद्भुत पूर्व प्रस्तुति दी वीर की विरासत और बलिदान नृत्य नाटिका के माध्यम से भगवान महावीर के जीवन दर्शन जैन दर्शन जैन सिद्धांत और इतिहास को बताया गया तो मौजूद श्रद्धालुओं की आंखें नम हो गई और भाव विभोर होकर पूरे सभागार में जयकारे गूंजते रहे परम् पूज्य मौनाँग प्रिया श्रीजी म.सा , दिव्यांग प्रिया , ओमप्रिया श्रीजी , हृम प्रिया ,अर्हम प्रिया ऋजु प्रिया श्रीजी महाराज साब के सानिध्य में समाज के युवक युवतियों ने वर्तमान भौतिकता की चकाचौंध में बह रही युवा पीढ़ी को धर्म और आध्यात्मिकता को बहुत मार्मिक और अंतश को दया करुणा भाव में रम जाने की सीख को जीवटता से समझाया प्रवक्ता अंशुल जैन ने बताया श्वेतांबर मूर्ति पूजक संघ ट्रस्ट के अध्यक्ष राजेश तातेड ललित नाहटा सुजीत रामपुरिया दीपक मालू आदि ने सभी को सम्मानित किया
बलिदान नाटक में आठवीं शताब्दी के हंस परमहंस जैसे 2 वीर साधु की गाथा बतायी गयी की कैसे उन्होंने विधर्मी से जीतने के लिए और जिन साधन की आन बान और शान को बचाने के लिए अपने प्राण न्यौछावर कर दिए….ताकि वीर की विरासत अनादि तक रहे…
संचालन- नेहा कोठारी हर्षाना बोहरा द्वारा किया गया,,,