राजधानी में ही आदिवासी समुदाय की योजनाओं को किया जा रहा धवस्त
भोपाल में आदिवासी समुदाय के लिए गुरुकुलम आवासीय विद्यालय,कन्या शिक्षा परिसर , अंग्रेजी माध्यम जैसी महत्त्वाकांछी परियोजना मध्य प्रदेश शासन द्वारा चालू की गई थी । लेकिन लालफीताशाही ,शासन की इन योजनाओं को अपनी लचर कार्यप्रणाली से महत्व हीन कर रही थी, गुरुकुलम आवासीय विद्यालय जो आज एकलव्य आदर्श आवासीय विधालय मे अपग्रेड है जिसका उद्घाटन पूर्व मुख्यमंत्री द्वारा किया गया था , इसके समस्त स्टाफ को अन्यंत्र स्थानांतरित कर 1जुलाई से संस्था का DDO code समर्पित करने का वरिष्ठत अधिकारियों द्वारा निर्देशित गया है , तृतीय श्रेणी के शैक्षिणक स्टॉफ कर्मचारियों को पद के अभाव में जिले से बाहर स्थानांतरित करने की भी संभावना है l माह जुलाई से इन कर्मचारियों वेतन न देने के लिए भी निर्देशित किया गया है ,जिससे अवयवस्था की मार झेल रहे कर्मचारी ,परेशान हो अपने परिवार को छोड़ कर अन्यंत्र चले जाए। ज्ञातव्य रहे इनमे कुछ कर्मचारी इसे भी जो की सेवानिवृति के बिलकुल नजदीक है जिनका स्थानांतरण जिले के बाहर करना स्थानांतरण नीति के विरुद्ध होगा। तृतीय श्रेणी कर्मचारियों का स्थानांतरण जिले के बाहर ,करना भी राज्य शासन की स्थानांतरण नीति के विरुद्ध है, न्यायालय की शरण में जाने से कर्मचारी व उसके परिवार को आर्थिक प्रताड़ना सहनी पड़ सकती है,प्रदेश के मुख्य सचिव व माननीय मुख्यमंत्री से कर्मचारियों की विनती है की वे तत्काल इस मनमानी पर रोक लगाए.इस बाबत कल देर रात्रि केंद्रीय राज्य मंत्री जनजातीय कार्य विभाग के मंत्री श्री
दुर्गा दास जी उइके से मुलाकात कर विस्तृत चर्चा कर उन्हे इस समस्या से अवगत कराया गया है उन्होंने आदेश और 2017 /2022 के विज्ञापन के बारे में चर्चा की गई और उनके द्वारा आश्वासन दिया गया कि मैं सेक्रेटरी से बात करता हूंl