राज्य शिक्षक संघ प्रदेश अध्यक्ष ने स्कूल शिक्षा मंत्री से मिलकर शिक्षकों की अतिशेष प्रक्रिया में व्याप्त अनियमितताओं के संबंध में अवगत करवाया

खरगोन। स्कूल शिक्षा विभाग में अतिशेष के रुप में स्थानांतरित किए जा शिक्षकों की प्रक्रिया को रोके जाने को लेकर राज्य शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष जगदीश यादव ने स्कूल शिक्षा मंत्री राव उदय प्रताप सिंह से मुलाकात कर ज्ञापन सौंपा।ज्ञापन में बताया की स्कूल शिक्षा विभाग आयुक्त लोक शिक्षण संचालनालय भोपाल द्वारा वर्तमान में अतिशेष के नाम पर हजारों शिक्षकों के स्थानांतरण किए जाने की कार्यवाही की जा रही है। बीच शिक्षा सत्र में यह कदापि उचित नहीं है।
अतिशेष शिक्षको की प्रकिया के संबंध में कुछ तथ्यात्मक बिंदु प्रस्तुत करते हुए बताया कि अतिशेष शिक्षकों का समायोजन जरुर होना चाहिए जो सभी (निर्धन, शोषित, वंचित एवं पिछड़े हुये उन परिवार के बच्चों, शासन, शिक्षा और शिक्षकों सहित सभी) के हित में हो लेकिन यह सब नया शिक्षा सत्र शुरू होने से पहले ही किया जा सकता है। हायर सेकेंडरी स्कूलों में केवल व्याख्याता उच्च माध्यमिक शिक्षको की पदस्थापना विषयमान से ही होना चाहिए । मिडिल, हाईस्कूलों में यूडीटी माध्यमिक शिक्षकों की पदस्थापना विषयमान से ही होनी चाहिए । सिद्धांत के विरुद्ध अति शेष शिक्षकों के स्थानान्तरण से समूची शिक्षण प्रक्रिया प्रभावित हो रही है। एकाएक अतिशेष शिक्षकों की सूची जारी किए जाने से संबंधित शिक्षकों को दावा आपत्ति का अवसर भी नहीं दिया गया है और सीधे ही काउंसलिंग की तारीख घोषित कर दी गई है। यह विभागीय अधिकारियों की शिक्षको के साथ क्रूरता पूर्ण एवं अन्यायपूर्ण व्यवहार है जो घोर निंदनीय है। ।शिक्षा मंत्री की दिए ज्ञापन में उपरोक्त परिस्थितियों के संबंध में संघ ने सुझाव विचारार्थ प्रस्तुत करते हुए बताया कि
विभाग को सर्वप्रथम उच्च पद प्रभार की प्रक्रिया को अंतिम रूम से पूर्ण करना चाहिए । जब तक उच्च पद प्रभार की प्रक्रिया पूर्ण नहीं कर ली जाती तब तक अति शेष शिक्षकों के स्थानांतरण की प्रक्रिया शुरू नही की जाए। ज्ञापन के माध्यम से अति शेष शिक्षकों के नाम पर किए जा रहे शिक्षकों स्थानांतरण प्रक्रिया को निरस्त किए जाने के निर्देश जारी किए जाए। मंत्री जी ने प्रतिनिधि मण्डल को बताया कि इस प्रक्रिया को व्यवस्थित और पारदर्शितापूर्ण किया जायेगा।