जो जातक धनी महायज्ञ में आहुति देते हैं उनके जीवन में किसी भी तरह की विघ्न बाधा से मुक्ति मिल जाती है
अखंड शनि महायज्ञ में भागवत कथा

नेहरू नगर स्थित प्राचीन नवग्रह मंदिर में चल रहे 121 कुंडी अखंड शनि महायज्ञ में आज भागवत कथा शुरू हुई है मंदिर संस्थापक पुजारी पं गजेन्द्र शास्त्री के साहित्य में पंडित जितेंद्र वैष्णव ने भागवत कथा का वाचन किया जिसमें उन्होंने भागवत कथा के महत्व पर प्रकाश डाला पंडित शास्त्री ने बताया कि अखंड शनि महायज्ञ में सभी 121 यज्ञ कुंडों में अग्नि देव प्रज्वलित हुई और बड़ी संख्या में श्रद्धालु हवन आहुति देकर शनि राहु केतु आदि ग्रह शांति की कामना कर रहे हैं पंडित शास्त्री ने बताया कि इस महायज्ञ का उद्देश्य राष्ट्र सुरक्षा विश्व कल्याण से जुड़ा है उन्होंने विश्वास दिलाया कि जिन जातक जो जातक धनी महायज्ञ में आहुति देते हैं उनके जीवन में किसी भी तरह की विघ्न बाधा से मुक्ति मिल जाती है जगन्य बीमारियों से निजात मिलती है क्योंकि शनि न्याय के देवता है इसलिए को कोर्ट कचहरी में लंबित मामलों में भी न्याय जातक के पक्ष में आता है मुख्य अजमान ओम प्रकाश जी मिश्रा मोना ठाकुर राखी नाराज कमलाबाई आदि सैकड़ो श्रद्धालु महिलाएं उपस्थित रहे.