अध्यात्म
शनि देव की कृपा पाने के लिए करें ये खास उपाय, खुल सकता है भाग्य का द्वार


शनि देव न्याय के देवता हैं जो हर व्यक्ति को उसके कर्मों के अनुसार फल देते हैं. वे मेहनती, ईमानदार और सच्चाई से जीवन जीने वालों से प्रसन्न रहते हैं. माना जाता है कि जो व्यक्ति शनिवार को नियमपूर्वक पूजा, सेवा और दान करते हैं, उनके जीवन से गरीबी, रोग और दुख दूर हो जाते हैं. शनिदेव की कृपा से जीवन में संतुलन, स्थिरता और सफलता आती है.
हिंदू पंचांग के अनुसार, शनिवार का दिन शनि ग्रह से जुड़ा होता है जो जीवन के कर्म, न्याय और अनुशासन का प्रतीक है. शनि देव व्यक्ति को अच्छे कर्मों का फल और बुरे कर्मों की सजा जरूर देते हैं. इसलिए इस दिन अपने व्यवहार, वाणी और कर्मों को शुद्ध रखना सबसे महत्वपूर्ण माना गया है.
शनि देव की पूजा करें: सुबह स्नान कर काले तिल, सरसों का तेल, फूल और नीले वस्त्र के साथ शनि देव की पूजा करें.
मंत्र जप करें: “ॐ शं शनैश्चराय नमः” कम से कम 108 बार.
पीपल के नीचे दीपक जलाएं: सूर्यास्त के बाद पीपल के पेड़ के नीचे सरसों के तेल का दीपक जलाएं और सात बार परिक्रमा करें. यह उपाय शनि दोष को शांत करता है.
दान और सेवा करें: शनिवार को गरीबों, मजदूरों या बुजुर्गों की सेवा करें. काले कपड़े, उड़द, तिल या तेल का दान करना बहुत शुभ माना गया है.
काले तिल से स्नान करें: सुबह स्नान के जल में कुछ काले तिल डालें और उस जल से स्नान करें. यह शरीर और मन दोनों से नकारात्मक ऊर्जा को दूर करता है.
हनुमान जी की आराधना करें: शनिवार के दिन हनुमान जी की पूजा और हनुमान चालीसा का पाठ करने से शनि के दुष्प्रभाव कम होते हैं.
शनि देव को खुश करने के लिए केवल पूजा ही नहीं, बल्कि सच्चाई, सेवा और धैर्यपूर्ण जीवन जरूरी है. वे उन लोगों से प्रसन्न होते हैं जो ईमानदारी से मेहनत करते हैं और दूसरों की मदद करते हैं. इसलिए शनिवार को किसी जरूरतमंद की सहायता करना सबसे श्रेष्ठ उपाय है.
शनिवार को झूठ बोलना, किसी का अपमान करना या पेड़-पौधों को काटना अशुभ माना जाता है.
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार शनिवार को बाल या नाखून नहीं काटने चाहिए, इससे शनि दोष बढ़ता है.
हां’, शनि देव की पूजा हर कोई कर सकता है. यह सभी के लिए शुभ और कल्याणकारी होती है.