मामा बालेश्वर दयाल को मिले भारत रत्न -सूरज जायसवाल
जदयू प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक आयोजित

भोपाल। मामा बालेश्वर दयाल एक बहुत ही सक्रिय समाजसेवी थे और समाजवादी राजनीतिज्ञ भी थे ।उनकी विचारधारा समाज के गरीब लोगों और आदिवासियों के लिए हमेशा से मदद करने के लिए थी कि उनकी गरीबी को कैसे दूर किया जाए ।उनकी मजदूरी को कैसे उनका दिलाया जाए उनके जो अधिकार हैं उनको कैसे उन तक पहुंचाया जाए। इसके संदर्भ में उन्होंने बचपन में ही अपना घर छोड़ दिया लगभग 15- 16 वर्ष की उम्र में और सक्रिय रहते हुए करीब 40 वर्ष की अपने सक्रिय जीवन में इन्होंने पूरा जीवन परिवार को त्याग करके इन भीलों ,आदिवासियों और समाज के गरीब तत्वों के लिए समर्पित कर दिया ।इन्होंने एक भील आश्रम की भी स्थापना की और आश्रम के माध्यम से इन्होंने काफी सेवा की है ।उनकी मृत्यु के 19 -20 वर्षों के बाद भी उनका भील आश्रम आज भी सक्रिय है और गरीबों की सेवा करने में हमेशा के लिए 24 घंटे सक्रिय रहता है। वो एक अच्छे प्रकृति प्रेमी और समाजसेवी भी थे ।न केवल समाज बल्कि पर्यावरण को सुरक्षित करने के लिए भी इन्होंने कई कार्यक्रम अपने जीवन काल में संपादित किया और संचालन किया इसीलिए हमारी पार्टी इनके लिए भारत रत्न दिए जाने के लिए अनुशंसा करती है अनुमोदन करती है और अपनी तरफ से अपना समर्थन भी देती है। यह बात जनता दल यूनाइटेड के प्रदेश अध्यक्ष सूरज जायसवाल ने प्रदेश पार्टी कार्यालय में आयोजित कार्यकारिणी की बैठक में कही ।उन्होंने प्रदेश से आए पदाधिकारियों से अपील की है कि हर पंचायत स्तर पर 10 से 15 सक्रिय कार्यकर्ता तैयार करें।
हर पंचायत पर 10 सक्रिय कार्यकर्ता बनाएं
जनता दल यूनाइटेड के राष्ट्रीय सचिव और मप्र प्रभारी विद्यासागर निषाद* ने पदाधिकारियों और कार्यकताओं को संबोधित करते हुए कहा कि आप हर पंचायत में 10 सक्रिय कार्यकर्ता बनाएं। प्रदेश में 24 हजार पंचायतें हैं यदि आप ऐसा कर पाते हैं तो आप मजबूत स्तंभ साबित होंगे। निषाद ने आगे कहा कि बिहार में नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली जदयू की सरकार है वहां पर महिलाओं, किसानों और युवाओं के लिए अभूतपूर्व कार्य हुए हैं वहां पर पंचायतों के चुनाव में महिलाओं को 50 प्रतिशत और नौकरियों में 35 प्रतिशत आरक्षण है। तीन साल में 12 लाख युवाओं को नौकरियां दिए जाने का लक्ष्य रखा गया है और 8 लाख युवाओं को रोजगार दिया जा चुका है।