समुद्र तल से 3500 फीट की ऊंचाई पर, 4000 किलोमीटर से ज्यादा की दूरी बिना प्रदूषण के तय होगी, 200 से ज्यादा कस्बों और शहरों को कवर किया जाएगा
इस यात्रा का मकसद इलेक्ट्रिक बसों को एक व्यवहारिक और पर्यावरण के अनुकूल समाधान के रूप में पेश करना है, साथ ही आम लोगों के बीच इसकी जागरूकता बढ़ाना है। इस अभियान का उद्देश्य है “ई-बस जो समाज और पर्यावरण के लिए बेहतर है” की सोच को बढ़ावा देना है
नेशनल, 14 अक्टूबर । ग्रीनसेल मोबिलिटी के इलेक्ट्रिक बस ब्रांड न्यूगो ने ऐतिहासिक कश्मीर से कन्याकुमारी (E-K2K) इलेक्ट्रिक बस अभियान की शुरुआत की है। यह यात्रा भारत में पर्यावरण के अनुकूल और टिकाऊ परिवहन को बढ़ावा देने की दिशा में एक बड़ा कदम है। इस अभियान के साथ, न्यूगो दुनिया का पहला इलेक्ट्रिक बस ब्रांड बनने जा रहा है, जो यह ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल करेगा। न्यूगो का लक्ष्य समुद्र तल से 3,500 फीट ऊपर से लेकर कन्याकुमारी के समुद्र तट तक 4,000 किलोमीटर से ज्यादा की दूरी तय करना है।
इस बस यात्रा के दौरान 200 से ज्यादा शहरों और कस्बों से गुजरते हुए, न्यूगो न केवल भारत की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर का प्रतीक बनेगी, बल्कि पर्यावरण संरक्षण और टिकाऊ विकास का संदेश भी फैलाएगी। यात्रा के दौरान कई सार्थक गतिविधियां जैसे स्टूडेंट वर्कशॉप, वृक्षारोपण अभियान, सफाई कार्यक्रम, और सुरक्षा-थीम वाले नुक्कड़ नाटक आयोजित किए जाएंगे। यह यात्रा सही मायनों में “ई-बस जो अच्छा करती है” की भावना को जीवंत करेगी।
न्यूगो की E-K2K इलेक्ट्रिक बस के वेस्टर्न लेग (पश्चिमी भारत से गुजरने वाले हिस्से) को भारत सरकार के माननीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री श्री नितिन गडकरी ने नागपुर से हरी झंडी दिखाई।
माननीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री श्री नितिन गडकरी ने कहा, “मुझे खुशी है कि न्यूगो ने कश्मीर से कन्याकुमारी तक की ऐतिहासिक इलेक्ट्रिक बस यात्रा शुरू की है, जो 4,000 किलोमीटर से अधिक की दूरी तय करेगी। इसका उद्देश्य इलेक्ट्रिक बसों के प्रति जागरूकता बढ़ाना और छात्रों तथा आम लोगों के साथ अलग-अलग शहरों में महत्वपूर्ण गतिविधियां आयोजित करना है। यह बस 200 से ज्यादा कस्बों और शहरों से होकर गुजरेगी। इलेक्ट्रिक बसें आने वाली पीढ़ियों के लिए एक स्वस्थ और टिकाऊ भविष्य के लिए बेहद जरूरी हैं, और भारत सरकार भी इलेक्ट्रिक वाहनों (ईवी) को अपनाने का पूरा समर्थन कर रही है। न्यूगो की यह ई-के2के यात्रा देश में चार्जिंग सुविधाओं में सुधार और लंबी दूरी की यात्रा के लिए इलेक्ट्रिक बसों की क्षमता को साबित करती है। यह यात्रा भारत की इनोवेशन और हरित तकनीक के प्रति प्रतिबद्धता को भी दिखाती है।”
ग्रीनसेल मोबिलिटी के सीईओ और एमडी श्री देवेन्द्र चावला ने भी भारत में पर्यावरण के अनुकूल सार्वजनिक परिवहन की जरूरत पर जोर दिया। उन्होंने कहा, “न्यूगो की महत्वाकांक्षी E-K2K यात्रा हमें कश्मीर से कन्याकुमारी तक 4,000 किलोमीटर से अधिक की यात्रा पर ले जाएगी, जो अलग-अलग इलाकों में इलेक्ट्रिक बसों की ताकत और टिकाऊपन को दिखाएगी। यह यात्रा सिर्फ एक रिकॉर्ड बनाने के लिए नहीं है, बल्कि भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत का प्रतीक भी है। 200 से ज्यादा शहरों से गुजरते हुए, इसका उद्देश्य स्वच्छ परिवहन के प्रति जागरूकता बढ़ाना और लोगों को इलेक्ट्रिक बसों को अपनाने के लिए प्रेरित करना है। इस यात्रा में कई सार्थक गतिविधियों का आयोजन होगा, जो ई-बस की “अच्छा करने” की भावना को सच में दर्शाएगी।”
यह यात्रा 4 अक्टूबर को जम्मू से शुरू हुई थी। खूबसूरत घाटियों से लेकर चहल-पहल वाले शहरों तक, इस अभियान को भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विविधता को दिखाने के लिए डिज़ाइन किया गया है। साथ ही अलग-अलग इलाकों में इलेक्ट्रिक बसों की व्यावहारिकता का प्रदर्शन करने का भी प्रयास किया गया। इस यात्रा के आगे बढ़ने के साथ न्यूगो की इलेक्ट्रिक बसें भारत भर के लोगों को प्रेरित करती रहेंगी। ये इलेक्ट्रिक मोबिलिटी के फायदों और आम लोगों में अपने ग्रह को बचाने के लिए स्वच्छ परिवहन के साधनों को अपनाने के महत्व के बारे में जागरूकता फैलाएंगी।
न्यूगो इलेक्ट्रिक बसें सुरक्षा और आराम के लिए अत्याधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित हैं, जो यात्रियो को एक बेहतरीन यात्रा अनुभव प्रदान करती हैं, और साथ ही पर्यावरण पर कम प्रभाव डालती हैं।