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विंज़ो, आईईआईसी और बिज़नेस फिनलैण्ड इन इंडिया ने भारत और फिनलैण्ड के गेमिंग सिस्टम के बीच तालमेल बनाने तथा निर्यात के लिए तैयार ‘मेड इन इंडिया’ कंटेंट’ को बढ़ावा देने के लिए की साझेदारी 

इस साझेदारी का उद्देश्य गेमिंग में फिनलैण्ड की विश्वस्तरीय विशेषज्ञता और भारत के तेज़ी से विकसित होते गेमिंग मार्केट का उपयोग कर, भारत से आधुनिक, निर्यात-अनुकूल गेमिंग अनुभव बनाना है
नई दिल्ली, 30 सितम्बर, 2025: कारोबार एवं निवेश को बढ़ावा देने के लिए फिनलैण्ड की आधिकारिक सरकारी एजेंसी बिज़नेस फिनलैण्ड इन इंडिया, भारत के सबसे बड़े इंटरैक्टिव एंटरटेनमेन्ट प्लेटफॉर्म विंज़ो तथा कन्ज़्यूमर टेक स्पेस में अग्रणी गैर-लाभ थिंक-टेंक-इंटरैक्टिव एंटरटेनमेन्ट एंड इनोवेशन काउन्सिल (आईईआईसी) ने गेमिंग सेक्टर में भारत और फिनलैण्ड के बीच संबंधों को मजबूत बनाने के लिए ऐतिहासिक साझेदारी की घोषणा की है। यह साझेदारी भारत के तेज़ी से विकसित होते गेमिंग सेक्टर को फिनलैण्ड से सीखने और प्रेरित होने का मौका देगी, जिसने विश्वस्तर पर प्रतिस्पर्धी गेमिंग क्लस्टर, प्रतिभा का निर्माण कर और विश्व-विख्यात गेमिंग टाइटल्स के साथ गेमिंग एक्सपोर्ट में ज़बरदस्त सफलता हासिल की है, इससे गेमिंग सेक्टर में फिनलैण्ड की क्षमता तथा भारत के तेज़ी से विकसित होते गेमिंग सिस्टम के बीच आपसी सहयोग को बढ़ावा मिलेगा। साझेदारी के पहले कदम के रूप में साझेदार, नई दिल्ली में स्थित फिनलैण्ड दूतावास में एक विस्तृत केस स्टडी का लॉन्च कर रहे हैं, जो इस सफलता पर रोशनी डालकर भारतीय हितधारकों को प्रेरित करेगी।
फिनलैण्ड दुनिया की सबसे सफल गेमिंग अर्थव्यवस्थाओं में से एक के रूप में उभरा है, जो 3.9 बिलियन डॉलर का सालाना राजस्व उत्पन्न कर रहा है, जिसमें से 98 फीसदी निर्यात से आता हैं। एंग्री बर्ड्स (बाय रोवियो) और क्लैश ऑफ क्लैन्स (बाय सुपरसैल) जैसी प्रतिष्ठित सफलताओं ने फिनलैण्ड को मोबाइल-फर्स्ट, कैजु़अल गेमिंग इनोवेशन के लिए विश्वस्तरीय बेंचमार्क के रूप में स्थापित किया है। सरकार की प्रगतिशील नीतियों, गेम डिज़ाइन में आधुनिक शिक्षा और बिज़नेस फिनलैण्ड जैसे संस्थानों के माध्यम से दीर्घकालिक सार्वजनिक निवेश के कारण ही यह संभव हो पाया है। आज दुनिया भर में एक बिलियन से अधिक प्लेयर्स फिनलैण्ड में विकसित गेम्स का अनुभव पा रहे हैं- जो मात्र 5.6 मिलियन लोगों वाले देश के असाधारण उपलब्धि है।
भारत में 600 मिलियन से अधिक गेमर्स हैं जो मोबाइल गेम ऐप डाउनलोड्स का तकरीबन 20 फीसदी हिस्सा बनाते हैं, भारत आज दुनिया के सबसे तेज़ी से विकसित होते इंटरैक्टिव एंटरटेनमेन्ट मार्केट्स में से एक हैं। विशाल संख्या में प्लेयर्स, विकसित होती गेमिंग कंटेंट क्रिएटर कम्युनिटी और डेवलपर्स की बढ़ती भागीदारी के साथ भारत का गेमिंग उद्योग विश्वस्तरीय निर्यात के लिए स्वदेशी आईपी विकसित कर फिनलैण्ड से प्रेरित हो रहा है। सांस्कृतिक रूप से प्रासंगिक गेमिंग का हब, भारत अब फिनलैण्ड की सफलता से सबक लेकर गेमिंग इनोवेशन का बड़ा निर्यातक बनने के लिए तैयार है।
भारत में फिनलैण्ड के अम्बेसडर, महामहिम किम्मो लाहदेविरटा ने कहा, ‘‘फिनलैण्ड टर्नओवर की दृष्टि से यूरोप के टॉप गेम हब्स में से एक बना हुआ है, हमारा गेमिंग उद्योग दुनिया भर में जाना जाता है। गेमिंग सेक्टर में भारत और फिनलैण्ड का मैच बहुत अच्छा है, जहां भारत का पैमाना फिनलैण्ड की क्राफ्ट के साथ मेल खाता है। हमें खुशी है कि फिनैलण्ड के गेमिंग आईपी की बढ़ती क्षमता अब भारत के भरोसेमंद प्लेटफॉर्म पार्टनर्स के ज़रिए भारतीय उपभोक्ताओं तक पहुंच रही है।’
रोहित कुमार, आईएएस, पूर्व सचिव, भारत सरकार और चेयरमैन, आईईआईसी ने कहा, ‘यह साझेदारी भारत और फिनलैण्ड के बीच के संबंधों को मजबूत बनाने के लिए अनूठा अवसर है। फिनलैण्ड का अनुभव भारत को अमूल्य सबक देता है और हम एक साथ मिलकर ऐसा इनोवेशन कॉरीडोर बना सकते हैं, जो दोनों देशों के स्टार्ट-अप्स, डेवलपर्स एवं क्रिएटर्स को विश्वस्तरीय प्रभाव हासिल करने के लिए सशक्त बनाएगा। इंटरैक्टिव एंटरटेनमेन्ट आज की दुनिया में शिक्षा, हेल्थकयर और स्टोरीटैलिंग का शक्तिशाली उपकरण बन गया है। हमारा सिस्टम लगातार नए बदलाव ला रहा है, ऐसे में हम अपने कनेक्शन्स और इंटरैक्टिव एंटरटेनमेन्ट की क्षमता का लाभ उठा सकते हैं। आईईआईसी भारत से निर्यात-अनुकूल गेम्स और अनुकूल ई-स्पोर्ट सिस्टम बनाने के मिशन की ओर अग्रसर है तथा यह साझेदारी इन लक्ष्यों को हासिल करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।’
पावन नंदा, सह-संस्थापक, विंज़ो ने कहा, ‘‘भारत के पास इंटरैक्टिव एंटरटेनमेन्ट का ग्लोबल लीडर बनने के लिए ज़रूरी पैमाना, विविधता एवं रचनात्मकता है। विंज़ो में हम हमेशा से भारत की विकास की कहानी में भरोसा रखते आए हैं, जो सांस्कृतिक रूप से प्रासंगिक, मोबाइल-फर्स्ट, इमर्सिव एवं स्थानीय भाषा में आईपी क्रिएशन द्वारा संचालित है, फिर चाहे वह ई-स्पोर्ट्स के लिए हो या माइक्रोड्रामा के लिए। फिनलैण्ड के प्रमाणित मॉडल के साथ यह साझेदारी ऐसा भारतीय कंटेंट बनाने के लिए देश की यात्रा को गति प्रदान करेगी जो दुनिया भर के दर्शकों की ज़रूरतों को पूरा करने में सक्षम होगा।’
यह दूरदर्शी साझेदारी दोनों देशों के बीच ज्ञान एवं प्रतिभा के आदान-प्रदान को सक्षम बनाएगी, सीमा-पार साझेदारियों के अवसर प्रदान करने, नए बाज़ारों के साथ जोड़ने निवेशकों को लुभाने, सांस्कृतिक आदान-प्रदान एवं सामाजिक कल्याण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। यह सरकारों, विनियामकों एवं उद्योग जगत के लीडरों के बीच चर्चा एवं ऐसी नीतियों को बढ़ावा देगी, जो इंटरैक्टिव एंटरटेनमेन्ट में इनोवेशन और दीर्घकालिक प्रतिस्पर्धा को समर्थन प्रदान कर सकें।
इस पहल का उद्देश्य भारत और फिनलैण्ड के बीच स्थायी एवं आधुनिक पुल का निर्माण करना है, जो स्टार्टअप्स, डेवलपर्स एवं क्रिएटर्स को नए प्रयोग करने, सीमा-पार साझेदारियों तथा विश्वस्तर पर प्रासंगिक इंटेलेक्चुअल प्रॉपर्टी के निर्माण में सक्षम बनाएगा। गेमिंग में फिनलैण्ड की दक्षता तथा भारत के पैमाने और सांस्कृतिक क्षमता का उपयोग कर यह साझेदारी, साझा ज्ञान, रचनात्मकता और इनोवेशन के माध्यम से गेमिंग और इंटरैक्टिव एंटरटेनमेन्ट में विश्वस्तरीय लीडरशिप के नए मानक स्थापित करेगी।

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