
सिंगापुर में गायक जुबिन गर्ग की मौत के मामले में बुधवार को गिरफ्तार किए गए उनके चचेरे भाई और असम पुलिस के उपाधीक्षक संदीपन गर्ग को निलंबित कर दिया गया है। असम पुलिस सेवा (एएसपी) के अधिकारी संदीपन जुबिन के साथ सिंगापुर गए थे और जुबिन की मौत से कुछ देर पहले नौका पर मौजूद थे। जुबिन गर्ग की 19 सितंबर को सिंगापुर में समुद्र में तैरते समय मृत्यु हो गई थी। संदीपन गर्ग कामरूप जिले के बोको-चायगांव के सह-जिला पुलिस अधीक्षक के प्रभारी थे।
कामरूप महानगर जिले के मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट (सीजेएम) ने उन्हें सात दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया। उन्हें भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की विभिन्न धाराओं, जैसे हत्या, गैर इरादतन हत्या, आपराधिक षडयंत्र और लापरवाही से मौत के तहत गिरफ्तार किया गया है। इस मामले में संदीपन सहित अब तक पांच लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। सूत्रों के मुताबिक एसआईटी इस मामले में कई कोणों से जांच कर रही है, जिसमें संभावित साज़िश की आशंका भी शामिल है।
घटना के समय उस यॉट पर मौजूद थे संदीपन
जानकारी के मुताबिक संदीपन गर्ग सिंगापुर में हुई घटना के समय उस यॉट पर मौजूद थे, जिस पर जुबिन गर्ग भी थे। एसआई ने उन्हें इस सप्ताह की शुरुआत में ही पूछताछ के लिए बुलाया था। अपनी फेसबुक पोस्ट में संदीपन ने लिखा था, मैंने एसआईटी के साथ पूरी तरह सहयोग किया है। उल्लेखनीय है कि जुबिन गर्ग की 19 सितंबर को सिंगापुर में समुद्र में तैरते समय डूबकर मौत हो गई थी। इस मामले में एसआईटी ने अब तक संदीपन सहित पांच लोगों को गिरफ्तार किया है, जिनमें गायक के मैनेजर सिद्धार्थ शर्मा, कार्यक्रम आयोजक श्यामकानु महांता, संगीतकार शेखर ज्योति गोस्वामी और अमृत प्रभा महांता शामिल हैं। इन दोनों पर गैर-इरादतन हत्या का मामला दर्ज है।
जुबिन के दो निजी सुरक्षा अधिकारी वित्तीय घोटाले में निलंबित
असम पुलिस ने मशहूर गायक जुबिन गर्ग के दो निजी सुरक्षा अधिकारियों को उनके बैंक खातों में 1.1 करोड़ रुपए से अधिक के संदेहास्पद लेन-देन का मामला सामने आने के बाद निलंबित कर दिया है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बुधवार को इसकी पुष्टि की। सीआईडी के विशेष डीजीपी मुन्ना प्रसाद गुप्ता ने बताया कि नंदेश्वर बोराह और प्रबीन बैश्य को एक आंतरिक जांच के बाद निलंबित किया गया है। दोनों पिछले एक दशक से गर्ग की सुरक्षा में तैनात थे, जब उन्हें प्रतिबंधित संगठन उल्फा से जान से मारने की धमकी मिली थी।
गुप्ता ने कहा, हमने दोनों के बैंक खातों में वित्तीय अनियमितताएं पाई हैं। एक पीएसओ के खाते में 70 लाख रुपए और दूसरे के खाते में 45 लाख रुपए का लेन-देन मिला है। यह उनकी ज्ञात वेतन आय से कहीं अधिक है। उन्होंने बताया कि दोनों अधिकारियों को निलंबित कर विभागीय कार्रवाई शुरू की गई है। दोनों से पिछले कुछ दिनों में कई बार पूछताछ की गई थी। यह कार्रवाई गर्ग की मौत की जांच से भी जुड़ी है।