
मुंबई: केप्री ग्लोबल कैपिटल लिमिटेड (CGCL) ने वित्त-वर्ष 2025 की चौथी तिमाही और पूरे वर्ष में बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए शानदार वित्तीय परिणाम दर्ज किए हैं। कंपनी का कन्सॉलिडेटेड एसेट अंडर मैनेजमेंट (AUM) साल-दर-साल 46% की बढ़ोतरी के साथ ₹22,857 करोड़ पर पहुँच गया। गोल्ड लोन में साल-दर-साल 130% की बढ़ोतरी और हाउसिंग लोन में 24% की बढ़ोतरी से रिटेल AUM के विकास को बढ़ावा मिला। को-लेन्डिंग AUM 4,079 रुपये तक पहुँचा, जो कुल कन्सॉलिडेटेड AUM का 17.8% है और वित्त-वर्ष 25 की चौथी तिमाही के दौरान इसमें 11.7% की वृद्धि हुई, जो सभी प्रमुख बैंकों के साथ CGCL की गहरी होती साझेदारी को दर्शाता है। ग्राहकों की संख्या भी 7.2 लाख के पार पहुँची, जो कंपनी की मजबूत बाजार पकड़ को दर्शाता है।
FY25 में कंपनी का शुद्ध मुनाफा (PAT) 71% की रिकॉर्ड वृद्धि के साथ ₹479 करोड़ तक पहुँचा, जबकि चौथी तिमाही में PAT ₹178 करोड़ रहा — जो पिछले साल की समान अवधि की तुलना में 115% अधिक है। नेट इंटरेस्ट इनकम 35% बढ़कर ₹1,332 करोड़ हो गई, और ब्लेंडेड यील्ड 17.3% व स्प्रेड 7.8% पर रहा। गैर-ब्याज आय में 31% की उल्लेखनीय वृद्धि हुई, जिसमें को-लेन्डिंग और बीमा वितरण की बड़ी भूमिका रही। कार लोन सेगमेंट में भी कंपनी ने 8% सालाना वृद्धि दर्ज करते हुए ₹2,969 करोड़ का वितरण किया।
श्री राजेश शर्मा, कंपनी के संस्थापक एवं प्रबंध निदेशक ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा “हमें कम पहूंच वाले क्षेत्रों में विकास की बेहतरीन संभावनाएं नज़र आ रही हैं और ऋण उपलब्ध कराने का हमारा विविधतापूर्ण एवं सुरक्षित मॉडल, कंपनी के विकास को सस्टेनेबल और लाभदायक बनाने के लिए बेहतर स्थिति में है। टेक्नोलॉजी पर आधारित हमारा इन्फ्रास्ट्रक्चर, मजबूत को-लेन्डिंग साझेदारी और ग्राहकों के लिए बेहतर अनुभव पर विशेष ध्यान देने से हम कुशलतापूर्वक और जिम्मेदारी से आगे बढ़ पा रहे हैं। लॉन्च किए गए नए प्रोडक्ट्स के साथ-साथ सभी क्षेत्रों में विकास की गति मजबूत बनी हुई है। ज्यादा यील्ड वाली पेशकशों के ज़रिये मार्जिन में वृद्धि, शुल्क-आधारित आय में लगातार प्रगति और टेक्नोलॉजी की मदद से लागत में बचत से मजबूत लाभप्रदता को सहारा मिल रहा है।“
कंपनी ने वित्त वर्ष के दौरान 45 नई शाखाओं की शुरुआत की, जिससे नेटवर्क 1,111 स्थानों तक विस्तार कर गया और कर्मचारियों की संख्या बढ़कर 11,410 हो गई। डिजिटल सक्षमता और डेटा-आधारित अंडरराइटिंग ने ऑपरेशन को और सशक्त किया है। ऋण लागत घटकर 0.63% और नेट स्टेज 3 रेश्यो घटकर 0.9% हो गया है। कंपनी की पूंजी पर्याप्तता (CAR) 22.8% रही और नेटवर्थ ₹3,965 करोड़ पर पहुँचा। CGCL अब FY28 तक ₹50,000 करोड़ AUM और 16-18% RoAE के लक्ष्य की ओर अग्रसर है।