भारतीय सैनिकों के यशश्वी जीवन के लिये दान, पूजा-अर्चना
विश्व शांति हेतु किया गया भक्तामर विधान

भोपाल के प्राचीनतम दिगम्बर जैन मंदिर मंगलवारा समाज की बहू-बेटियों एवं विद्या पूर्ण समूह की महिलाओं ने सूखी सेवनिया स्थित अतिशय कारी आदिनाथ जैन मंदिर में एकत्रित होकर भारत-पाक सीमा पर लड़ रहे जाबांज भारतीय सैनिकों के सुरक्षित जीवन, वीर जवानों की पत्नियों के अखण्ड सौभाग्य की रक्षा, दुश्मनों से वीरता पूर्वक लड़ने तथा भारत के ऊपर हमला करने वाले दुश्मनों से जमकर लोहा लेने की शक्ति देने हेतु चमत्कारी आदिनाथ मंदिर जी में पूर्ण विधि-विधान से विश्व शांति भक्तामर विधान, पूजा-अर्चना तथा हवन किया गया। हेमलता जैन रचना ने बताया कि अध्यक्ष नीता रोशला, विद्या पूर्ण ग्रुप की अध्यक्षा श्रीमती सविता मन्या ने “ऑपरेशन सिंदूर” में शामिल जल-थल-आकाश की तीनों सेनाओं सहित अन्य सभी सैनिकों की पत्नियों के सुहाग-सिन्दूर की सलामती हेतु तथा सुरक्षित रहते हुए वीरता और साहस के साथ लड़ने के लिये जैन धर्म के प्रथम तीर्थंकर श्री 1008 भगवान आदिनाथ के भक्तामर विधान के उन अड़तालीस काव्यों के उदघोष के साथ विधान अर्चना की, जिसके हर काव्य मंत्र के प्रभाव से सैनिकों हेतु सुरक्षा कवच निर्मित होकर उनकी रक्षा करेगा और हमारे वीर जवान दुश्मन के वार से सुरक्षित रहकर देश की रक्षा में अपना बहुमूल्य योगदान देते रहेंगे। श्रीमती सविता मन्या जैन ने बताया कि पूजन-विधान के पश्चात् समाज की सभी महिलाओं ने दयोदय गौ शाला में जाकर गौमाता की सेवा की और उन्हें भूसा, गुड़, चारा खिलाया तथा अनुष्ठान की सफलता के लिये दो ट्राली भूसा भी दान दिया गया। इसके साथ ही आगामी तारीखों में भी भारतीय सैनिकों की रक्षा एवं अखण्ड भारत राष्ट्र की सुरक्षा के लिये श्री 1008 शांतिनाथ विधान के वृहद आयोजन, जो कि सम्पूर्ण जैन समाज द्वारा आयोजित किया जाएगा की जानकारी प्रदान की। इस अवसर पर श्रीमती सरोज जैन, मंजू ऋषभ जैन, रेखा चौधरी, मंजू मनोज जैन, तारा देवी जैन सहित अनेक सदस्यों ने भागीदारी की।