एजुकेशनमध्य प्रदेश

भारतीय वन प्रबंध संस्थान, भोपाल ने मनाया 44 वां स्थापना दिवस

भोपाल, मध्य प्रदेश. भारतीय वन प्रबंध संस्थान, भोपाल ने अपना 44वां स्थापना दिवस मनाया। डॉ. इलियाराजा टी., आईएएस, एम डी, मध्य प्रदेश राज्य पर्यटन विकास निगम ने मुख्य अतिथि के रूप में कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई और स्थापना दिवस पर भाषण दिया। इंडोनेशिया और तिमोर-लेस्ते में भारत के राजदूत और संस्थान के पूर्व छात्र श्री संदीप चक्रवर्ती ने अभिनंदन भाषण दिया।समारोह को संबोधित करते हुए, भारतीय वन प्रबंध संस्थान के निदेशक डॉ. के. रविचंद्रन ने संस्थान की प्रमुख उपलब्धियों पर प्रकाश डाला, जिसमें अनुसंधान, प्रकाशन और प्रभावशाली प्रशिक्षण कार्यक्रम शामिल हैं, जिसने संस्थान की अंतरराष्ट्रीय प्रतिष्ठा को बढ़ाया है। उन्होंने संस्थान के कर्मचारियों के सामूहिक प्रयासों की सराहना की, जिसने संस्थान को शिक्षा, अनुसंधान, प्रशिक्षण और परामर्श के क्षेत्र में उत्कृष्टता हासिल करने एवं क्षमता निर्माण आयोग से मान्यता प्राप्त करने और एएमबीए – बीजीए, एएसीएसबी और आईयुएफआरओ की सदस्यता प्राप्त करने में मदद की है।डॉ. रविचंद्रन ने 2025-27 सत्र के लिए दो नए एमबीए कार्यक्रमों और शैक्षणिक वर्ष 2025 के लिए डॉक्टरेट प्रोग्राम इन मैनेजमेंट (डी पी एम) के शुभारंभ की घोषणा की, जिसे पहले फेलो प्रोग्राम इन मैनेजमेंट के रूप में जाना जाता था। अपने समापन भाषण में, डॉ. रविचंद्रन ने संस्थान की सफलता में योगदान देने वाले सभी लोगों को धन्यवाद दिया और उनसे और भी बड़ी उपलब्धियाँ हासिल करने के लिए इन प्रयासों को जारी रखने का आग्रह किया।डॉ. इलियाराजा ने महत्वपूर्ण उपलब्धियाँ हासिल करने में नेतृत्व के प्रयासों की सराहना की। छात्रों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, “संस्थान देश के विकास के आधार स्तंभ हैं और इस प्रतिष्ठित संस्थान का हिस्सा होने के नाते आप सभी छात्रों को संस्थान में होने वाली सभी गतिविधियों में भाग लेने का आव्हान किया साथ ही ज्ञान और कौशल विकास में खुद को अपडेटेड रखने की सलाह दी। साथ ही उन्होंने छात्रों से आवाहन किया की आवश्यक सॉफ्ट स्किल हासिल करें और सकारात्मक दृष्टिकोण विकसित करें और समाज में योगदान दें, और अपने संस्थान को गौरवान्वित करें।

संस्थान के लिए, उन्होंने आउटरीच और समावेशिता पर जोर दिया जो मान्यता और बेहतर दृश्यता के लिए एक महत्वपूर्ण मांपदंड है। उन्होंने युवा पेशेवरों से संसाधन-निर्भर समुदायों के साथ मिलकर काम करने का भी आवाहन किया ताकि उनकी आजीविका और समग्र कल्याण में सुधार लाया जा सके।श्री संदीप चक्रवर्ती ने कुशल पेशेवरों को आकार देने और मूल मूल्यों को स्थापित करने में भारतीय वन प्रबंध संस्थान की भूमिका पर जोर दिया। उन्होंने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त संस्थान के रूप में संस्थान के उभरने पर प्रकाश डाला और छात्रों से विभिन्न क्षेत्रों के पूर्व छात्रों के साथ जुड़ने, उनके अनुभवों से सीखने और पेशेवर संबंधों को मजबूत करने का आवाहन किया।इस कार्यक्रम में संस्थान के पूर्व निदेशक, संकाय, कर्मचारी और छात्र भी शामिल हुए।

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