अध्यात्ममध्य प्रदेश

सुप्रसिद्ध राजज्योतिषी पं. कृपाराम उपाध्याय को महर्षि पराशर सम्मान

ज्योतिष के आसमान पर चमका नया सितारा

भोपाल, विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन में 29 और 30 मार्च 2025 को आयोजित दो दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय अंतर्राष्ट्रीय संगोष्ठी एवं दैवज्ञ सम्मान समारोह में देश-विदेश के 350 से अधिक विद्वानों ने सहभागिता की। इस प्रतिष्ठित आयोजन में पं. कृपाराम उपाध्याय (भोपाल) को उनके अद्वितीय योगदान और शोध कार्यों के लिए महर्षि पराशर सम्मान से अलंकृत किया गया।

सम्मान समारोह में प्रमुख हस्तियों की उपस्थिति

सम्मान समारोह में कई प्रतिष्ठित व्यक्तित्वों ने भाग लिया, जिनमें शामिल थे:
• डाॅ. अनिल कुमार शर्मा, कुलसचिव, विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन।
• श्री राम तिवारी, निदेशक, महाराजा विक्रमादित्य शोध पीठ।
• डॉ रमण सोलंकी पुराविद, विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन
• डाॅ. सर्वेश्वर शर्मा, संयोजक, अंतर्राष्ट्रीय ज्योतिष महाधिवेशन।
• डा अनिल कुमार शर्मा कुल सचिव विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन
मुख्य अतिथि सुप्रसिद्ध ज्योतिषाचार्य डा एच एस रावत दिल्ली
इन सभी गणमान्य व्यक्तियों ने पं. कृपाराम उपाध्याय को प्रमाण पत्र और स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया।

वैदिक तंत्र पर पं. कृपाराम उपाध्याय का शोध

महाधिवेशन में पं. कृपाराम उपाध्याय ने “वैदिक तंत्र की वैज्ञानिक प्रमाणिकता” विषय पर अपना शोध-पत्र प्रस्तुत किया। उनके शोध में वैदिक तंत्र और विज्ञान के बीच सामंजस्य और प्राचीन भारतीय ज्ञान की वैज्ञानिकता को स्पष्ट किया गया। उनके विचारों ने श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया।

विद्वानों का महाकुंभ

इस महाधिवेशन में भारत समेत नेपाल, दक्षिण एशिया और अन्य देशों से आए ज्योतिष, तंत्र और वास्तु के 350 से अधिक विद्वानों ने भाग लिया।
• 50 से अधिक शोध-पत्रों का वाचन किया गया, जिनमें ज्योतिषीय गणना, तंत्र विद्या, वास्तु और वैदिक विज्ञान पर विशेष ध्यान दिया गया।
• महाधिवेशन ने भारतीय ज्योतिष और वास्तु शास्त्र के अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रचार-प्रसार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

आयोजन के प्रमुख सहयोगी

इस आयोजन को सफल बनाने में निम्नलिखित संस्थानों का योगदान रहा:
• महाराजा विक्रमादित्य शोध पीठ
• सम्राट विक्रमादित्य विदत परिषद।
• विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन
• पूर्ण श्री फाउंडेशन, उज्जैन।
• स्वराज संस्थान संचालनालय
•संस्कृति विभाग मध्य प्रदेश शासन भोपाल

सम्मान के साथ एक नई प्रेरणा

पं. कृपाराम उपाध्याय को मिले इस सम्मान ने ज्योतिषीय क्षेत्र में उनके अद्वितीय योगदान को मान्यता दी है। उनके शोध कार्य और ज्ञान का प्रभाव आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणादायक रहेगा।इस महाधिवेशन ने भारतीय ज्योतिष और तंत्र विद्या को वैश्विक मंच पर प्रस्तुत करने में एक नया आयाम जोड़ा है।

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