
नई दिल्ली:म्यांमार और बैंकॉक में भूकंप से अब तक 150 से अधिक लोगों की मौत हो गई है. सरकारी प्रसारक एमआरटीवी ने बताया कि मृतकों में राजधानी नेपीता के एक अस्पताल में हुई मौतें भी शामिल हैं. इसके बड़े पैमाने पर हताहत होने वाले क्षेत्र बनने की संभावना है, वहां के डॉक्टरों ने बताया कि मांडले में एक मस्जिद ढह गई, उस दौरान वहां काफी लोग मौजूद थे, और उसी शहर में एक विश्वविद्यालय की इमारत में आग भी लग गई.म्यांमार के जुंटा प्रमुख मिन आंग ह्लाइंग ने चेतावनी दी थी कि मृतकों की संख्या में वृद्धि हो सकती है. वहां ‘आपातकाल’ घोषित कर दिया गया है और सहायता के लिए अपील की गई है. किसी भी देश या संगठन को इसके लिए आगे आने को कहा गया है.भूकंप के झटके उत्तरी थाईलैंड तक महसूस किए गए. थाई राजधानी में कुछ मेट्रो और रेल सेवाएं निलंबित कर दी गईं. प्रधानमंत्री पैतोंगटार्न शिनावात्रा ने एक तत्काल समीक्षा बैठक आयोजित करने के लिए फुकेत की आधिकारिक यात्रा को बीच में ही रोक दिया, जिसके बाद उन्होंने भी शहर में ‘आपातकाल’ की स्थिति घोषित कर दी.चीन के युन्नान प्रांत में भी तेज भूकंप के झटके महसूस किए गए. चीन भूकंप नेटवर्क केंद्र ने कहा कि भूकंप की तीव्रता 7.9 थी. इसके अलावा बंगाल के कोलकाता और मणिपुर के कुछ हिस्सों में भी हल्के झटके महसूस किए गए, जहां 4.4 तीव्रता के झटके दर्ज किए गए.
म्यांमार में भारी नुकसान
म्यांमार के मांडले में भूकंप ने शहर के सबसे बड़े मठों को नुकसान पहुंचा है। भूकंप से सागाइंग क्षेत्र में एक 90 साल पुराना पुल भी ढह गया। मांडले और म्यांमार के सबसे बड़े शहर यांगून को जोड़ने वाले राजमार्ग के कुछ हिस्से भी भूकंप से क्षतिग्रस्त हो गए हैं। म्यांमार की सत्तारूढ़ सेना ने कई क्षेत्रों में आपातकाल की घोषणा की है। म्यांमार के सत्तारूढ़ सैन्य जनरल मिन आंग ह्लाइंग ने दुनिया से मदद की अपील की है।थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक में भूकंप से निर्माणाधीन 33 मंजिला इमारत धूल के बादल में तब्दील हो गई। इससे यहां काम कर रहे कई मजदूर मलबे में दब गए।भूकंप से चीन के युन्नान और सिचुआन प्रांतों में भी भूकंप से भारी नुकसान हुआ है। म्यांमार की सीमा के पास के इलाकों में ये झटके आए। बांग्लादेश और भारत भी म्यामार सीमा के पास भूकंप का असर देखा गया है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने कहा कि वह म्यांमार और थाईलैंड में आए भीषण भूकंप के बाद आपातकालीन प्रबंधन प्रतिक्रिया को सक्रिय कर दिया है। संगठन ने कहा है कि हम इसे एक बड़ी घटना के रूप में देखते हैं और यह स्पष्ट रूप से जीवन और स्वास्थ्य के लिए बहुत बड़ा खतरा है।