
अमेरिकी टैरिफ पर 90 दिन की पाबंदी के बाद बाजार का संभलना सोमवार को भी जारी रहा। वित्तीय वर्ष 2024-25 की चौथी तिमाही के नतीजों के बाद बैंकिंग शेयरों में अच्छी तेजी दिखी। बैंकिंग शेयरों तेजी से निफ्टी बैंक अपने नए उच्चतम स्तर पर पहुंच गया। कंपनियों के मजबूत तिमाही नतीजों और विदेशी पूंजी प्रवाह लौटने से बैंकिंग और आईटी शेयरों में भारी खरीदारी दिखी। इससे बेंचमार्क सेंसेक्स लगातार पांचवें दिन बढ़त के साथ 855 अंक उछलकर 79,000 अंक के ऊपर बंद हुआ। रुपया डॉलर के मुकाबले 25 पैसे की बढ़त के साथ 85.13 के स्तर पर बंद हुआ। तीस शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स 855.30 अंक या 1.09 प्रतिशत चढ़कर 79,408.50 अंक पर बंद हुआ। इसके 23 शेयर हरे निशान में बंद हुए। कारोबार के दौरान यह 1,081.85 अंक या 1.37 प्रतिशत चढ़कर 79,635.05 अंक पर पहुंच गया। एनएसई निफ्टी 273.90 अंक या 1.15 प्रतिशत चढ़कर 24,125.55 पर बंद हुआ। इसमें 39 शेयरों में तेजी और 11 में गिरावट रही।
पांच दिन में सेंसेक्स 7% से अधिक चढ़ा
पांच दिन की तेजी के दौरान सेंसेक्स में 5,561.35 अंक या 7 प्रतिशत से अधिक की बढ़ोतरी हुई तथा निफ्टी में 1,726.40 अंकों की तेजी आई। इससे अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की ओर से 2 अप्रैल को लगाए गए पारस्परिक शुल्कों से हुए नुकसान की भरपाई हो गई। सेंसेक्स के शेयरों में टेक महिंद्रा, इंडसइंड बैंक, पावर ग्रिड, बजाज फिनसर्व, महिंद्रा व महिंद्रा, एचसीएल टेक, भारतीय स्टेट बैंक, कोटक महिंद्रा बैंक, इन्फोसिस, एचडीएफसी बैंक और रिलायंस इंडस्ट्रीज सबसे ज्यादा लाभ में रहे। अदाणी पोर्ट्स, हिंदुस्तान यूनिलीवर, आईटीसी, एशियन पेंट्स और नेस्ले पिछड़ने वालों में शामिल थे।
एचडीएफसी बैंक के शेयरों में एक फीसदी का उछाल
प्रमुख निजी ऋणदाता एचडीएफसी बैंक के शेयरों में 1 प्रतिशत से अधिक का उछाल आया। बैंक ने मार्च तिमाही के लिए अपने समेकित शुद्ध लाभ में 7 प्रतिशत की वृद्धि हासिल की और यह 18,835 करोड़ रुपये रहा। मार्च तिमाही में कंपनी के शुद्ध लाभ में क्रमिक आधार पर 3.3 प्रतिशत की वृद्धि होने के बाद इंफोसिस के शेयरों में 2 प्रतिशत से अधिक की तेजी आई। रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयरों में लगभग 2 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई, इससे बेंचमार्क सूचकांकों में तेजी आई। बीएसई मिडकैप सूचकांक में 2.20 प्रतिशत तथा स्मॉलकैप सूचकांक में 1.67 प्रतिशत की तेजी आयी।