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1 मई से बदल जाएगी ATM इंटरचेंज फीस, देना होगा अधिक चार्ज

नई दिल्ली: डेबिट कार्ड का इस्तेमाल करने वाले करोड़ों यूजर्स से जुड़ी बड़ी खबर सामने आई है. अब उन्हें ATM के इस्तेमाल के लिए अपनी जेब थोड़ी और ढीली करने पड़ेगी. दरअसल, भारतीय रिजर्व बैंक ने ATM इंटरचार्ज फीस में बढ़ोतरी को मंजूरी दे दी है और यह नया नियम 1 मई 2025 से लागू होगा. भारतीय रिजर्व बैंक ने फाइनेंशियल ट्रांजैक्शन पर 2 रुपये और नॉन फाइनेंशियल ट्रांजैक्शन पर 1 रुपये एटीएम फीस बढ़ाने को मंजूरी दी है. ऐसे में देश के करोड़ों ग्राहकों को अब ATM के जरिए पैसा निकालने पर अधिक चार्ज देना पड़ेगा.

ATM यूजर्स को करनी होगी जेब ढीली

हालांकि बैंकों ने अभी तक यह तय नहीं किया है कि वे ग्राहकों पर इंटरचेंज की बढ़ी हुई फीस को लागू करेंगे या नहीं, लेकिन ग्राहकों पर एटीएम इंटरचेंज फीस को लागू किया जाता है, तो उन्हें अपनी जेब ढीली करनी होगी. बता दें कि ATM इंटरचार्ज फीस को एक बैंक दूसरे बैंक पर एटीएम सर्विस के इस्तेमाल के लिए लगाता है. यह खामतौर पर ट्रांजैक्शन का कुछ प्रतिशत होती है और इसे अक्सर ग्राहकों को भी चुकाना पड़ता है.

जानें अब कितना लगेगा चार्ज?

इससे पहले भारतीय रिजर्व बैंक ने जून 2021 में ATM इंटरचेंज फीस को रिवाइज किया था. इस बार ATM के जरिए कैश निकालने पर इंटरचेंज फीस 17 रुपये से बढ़ाकर 19 रुपये कर दी गई है, जबकि बैलेंस इंक्वायरी जैसे नॉन फाइनेंशियल ट्राजैक्शन के लिए इंटरचेंज फीस 6 रुपये से बढ़ाकर 7 रुपये कर दी गई है. बता दें कि मौजूदा समय में मेट्रो शहरों में दूसरे बैंक के एटीएम से पांच ट्रांजैक्शन फ्री में कर सकते है. यानी पांच बार दूसरे बैंक के एटीएम का इस्तेमाल करने पर कोई चार्ज नहीं लगेगा. वहीं, नॉन मेट्रो शहरों में यह लिमिट तीन ट्राजैक्शन की है.

NPCI ने सभी बैंकों को दी जानकारी

गौरतलब है कि नेशनल पेमेंट कार्पोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने सभी बैंकों और शेयरधारकों को को इस संशोधन के बारे में जानकारी दी है. भारतीय रिजर्व बैंक ने यह निर्णय व्हाइट-लेबल एटीएम ऑपरेटरों की मांग पर लिया गया है. दरअसल, मौजूदा समय में व्हाइट-लेबल एटीएम ऑपरेटर प्राइस स्ट्रक्चर के तहत ऑपरेशन करने के लिए वित्तीय रूप से जूझ रहे हैं.

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