शिक्षा विभाग की मनमर्जी की नीति के कारण शिक्षक हुए अतिशेष
गलती विभाग की, परेशान हो रहे शिक्षक, अक्टूबर आ गया पढ़ाई व्यवस्था चौपट
भोपाल।जिस 8 सितंबर 2022 की नीति के अनुसार अतिशेष मानकर स्कूल शिक्षा विभाग पूरे प्रदेश भर में काउंसलिंग के माध्यम से ट्रान्सफर कर रहा हे उसमें भारी विसंगतियां है ।सबसे बड़ी विसंगति तो यह है कि कभी भी अतिशेष सीनियर को नही माना जाता अतिशेष हमेशा जो बाद में आता हे उसे माना जाता है।
उसके बाद और ऐसी विसंगतियां है जैसे
(1) यह प्रक्रिया 15 तक पूर्ण करनी थी शिक्षण सत्र के बीच में नही करनी थी।
(2) विभागीय पोर्टल अपडेट नहीं कल वर्ग 1 की काउंसलिंग में ऐसे भी नाम आ गए जो वयाख्याता से प्रिंसिपल बन गईं और उनका नाम पोर्टल पर अपडेट नहीं होने के कारण अभी तक उन्हे व्याख्याता दिखा रहा है और उनका नाम अतिशेष में दिख रहा है ऐसी 3 से 4 हाई स्कूल और हायर सेकेंडरी की प्रिंसिपल वहा अपने नाम अतिशेष में देखकर परेशान होती रहीं।
ओर भी ये ऐसे कारण है ऐसा भी हुआ ।
(3) स्कूल शिक्षा विभाग ने विभाग
2018 विभागीय सैटअप में वर्ग 1 के पद स्वीकृत थे जिनपर शासन ने नवीन पदस्थापना और स्थांतरण किए वर्तमान में हाईस्कूल से वर्ग 1 के पद हटा दिए गए और इन विद्यालयों में पदस्थ शिक्षको को अतिशेष घोषित कर दिया गया। इन स्कूलों में पदस्थ हाईस्कूल हबीबगंज, हाईस्कूल कालापानी, कान्हा सैया, अकबरपुर, लगभग सभी हाई स्कूलों में पदस्थ वर्ग 1 के टीचर (उच्च माध्यमिक शिक्षक) अतिशेष घोषित हो गए ऐसे लगभग 150 टीचर अतिशेष हो गए
(4) सी एम राइस के स्कूलों के शिक्षकों बिना डीपीआई की मर्जी के इधर से उधर करने का अधिकार नहीं है कई c m राइज स्कूलों के शिक्षकों का नाम पोर्टल में अतिशेष दिखा रहा है। वो डीईओ आफिस के चक्कर कल से आज तक लगा रहें हैं।
(5) जिन लोगों भर्ती 2021, 2022 में हुई अर्थात नई भर्ती थी जिन्होंने 3 साल की परिवीक्षा अवधि भी पूरी नही की थी उनका भी ट्रान्सफर 2021, 2022 में कर दिए गए उनकी परिविक्षा अवधी भी समाप्त भी नहीं हुई नियमा अनुसार उनके ट्रांसफर नही हो सकते नियमों को ताक पर रखते हुऐ 2022 में उनके भी ट्रान्सफर कर दिए ।
(6) जिन शिक्षकों की नई नियुक्ति हुई नियमानुसार उनको 10 वर्ष तक ग्रामीण क्षेत्र में सेवाएं देने की बाध्यता हे और आवश्यक हे नई नियुक्ति वालो के शहरों में ट्रांसफर कर दिए गए। पद नही थे फिर सोर्स लगाकर ट्रांसफर कर दिए गए जिससे अतिशेष की स्थिति हुई और पहले से पदस्थ शिक्षक अतिशेष हो गए विभाग अपनी गलती मानने को तैयार नहीं है शिक्षक परेशान हो रहें है और पढ़ाई प्रभावित हो रही है।
रिक्त पदों की स्थिति आज दिनांक तक डीईओ आफिस में उपलब्ध नहीं हो पाई।(7) पोर्टल पर लगातार अतिशेष की जानकारी बदल रहें है जो कल तक अतिशेष था उसका नाम हटा दिया और नए नाम आ गाए मतलब फाइनल कुछ भी नही है।