एनआईटीटीटीआर भोपाल में उच्च शिक्षा विभाग के प्राचार्यों, फैकल्टी एवं स्टाफ के लिए ट्रेनिंग प्रोग्राम

एनआईटीटीटीआर भोपाल में मध्यप्रदेश शासन उच्च शिक्षा विभाग के अंतर्गत आने वाले शासकीय एवं स्वशासी महाविधालयों में पदस्थ शैक्षणिक एवं गैर शैक्षणिक संवर्ग के प्रशिक्षण की एक अभिनव पहल की है। एनआईटीटीटीआर भोपाल के डीन कॉर्पोरेट एंड इंटरनेशनल रिलेशन्स प्रो. पी.के पुरोहित ने बताया कि प्रथम चरण में प्रधानमंत्री उत्कृष्टता एवं स्वशासी महाविद्यालय के प्राचार्यों को एकेडेमिक लीडरशिप डेवलपमेंट फॉर गवर्नेंस एंड मैनेजमेंट ऑफ़ द इंस्टिट्यूट, सहायक प्राध्यापकों को कोर टीचिंग स्किल्स एवं टेक्निकल स्टाफ को ऑपरेशन एंड मेंटेनेंस ऑफ़ इक्विपमेंट्स विषय पर प्रशिक्षण दिया जायेगा। पहले प्रोग्राम में उच्च शिक्षा विभाग के प्रदेश भर के 55 सहायक प्राध्यापकों को कोर टीचिंग स्किल्स विषय पर प्रशिक्षण दिया जा रहा है।एनआईटीटीटीआर भोपाल के निदेशक प्रो सी.सी. त्रिपाठी ने अपने सन्देश में उच्च शिक्षा विभाग के प्राचार्यों, फैकल्टी एवं स्टाफ के लिए ट्रेनिंग हेतु उच्च शिक्षा मंत्री श्री इंदर सिंह परमार, आयुक्त श्री निशांत वरवड़े का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि हमारा संस्थान टीचर्स की ट्रेनिंग में देश का अग्रणी संस्थान है। इस प्रकार की ट्रेनिंग से राष्ट्रीय शिक्षा नीति के आदर्शों के अनुरूप टीचर्स का क्षमता संवर्धन होता है जिसका लाभ स्टूडेंट्स को मिलता है। श्री निशांत वरवड़े, आयुक्त उच्च शिक्षा विभाग ने अपने सन्देश में कहा कि टीचर्स ट्रेनिंग न केवल शिक्षकों की क्षमता को बढ़ाती है, बल्कि इससे समग्र शिक्षा प्रणाली की गुणवत्ता में भी सुधार होता है। समाज में तेजी से हो रहे बदलाव, तकनीकी प्रगति, और वैश्विक परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए, शिक्षकों के पास प्रशिक्षण होना अत्यंत आवश्यक है ताकि वे इन चुनौतियों का सामना कर सकें और उन्हें अपने शिक्षण में लागू कर सकें। शिक्षक की ट्रेनिंग सिर्फ उनके व्यक्तिगत विकास के लिए नहीं, बल्कि छात्रों की शिक्षा के गुणवत्ता में भी सुधार लाती है। हम चाहते हैं की हमारे प्राचार्य, शिक्षक एवं स्टाफ अपडेटेड रहें एवं क्वालिटी एजुकेशन सुनिश्चित करें, जिससे हमारे स्टूडेंट्स सोसाइटी एवं इंडस्ट्री रेडी बन सकें एवं रोजगार प्राप्त कर सकें। इस अवसर पर उच्च शिक्षा विभाग के ओएसडी डॉ आज़ाद मंसूरी एवं एनआईटीटीटीआर भोपाल के डॉ बशीरुल्ला शेख, डॉ एमए रिज़वी उपस्थित थे।