संपादकीय

नारी सशक्तिकरण के कीर्तिमान रचते डॉ. मोहन यादव

सत्येंद्र जैन,स्तंभकार

 

भारतीय संस्कृति में नारी जाति को अत्यधिक सम्मान दिया गया है ।देवी की उपमा दी गई है।पुराणों में कहा गया है कि-

यत्र नार्यस्तु पूज्यन्ते रमन्ते तत्र देवताः ।यत्रैतास्तु न पूज्यन्ते सर्वास्तत्राफलाः क्रियाः ॥

अर्थात जिस स्थान पर स्त्रियों की पूजा की जाती है। सत्कार किया जाता है। उस स्थान पर देवता सदा निवास करते हैं, प्रसन्न रहते हैं ।जहाँ नारियों का सम्मान नहीं होता है, वहाँ सभी धर्म और कर्म निष्फ़ल होते हैं।मध्य प्रदेश की भाजपा सरकार के भागीरथी, यशस्वी ,भूतो न भविष्यति मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव महिला सशक्तिकरण ,नारी जाति के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध हैं।उनकी यह प्रतिबद्धता सरकार के निर्णयों में स्पष्ट रूप से प्रतिलक्षित होती है।डॉ मोहन यादव अनेक योजनाओं के माध्यम से महिला समाज का सशक्तिकरण कर रहे हैं।महिलाओं को स्वावलंबी,आत्मनिर्भर, समर्थ बना रहे हैं।

युगांतकारी लाडली बहना योजना –

लाड़ली बहना योजना के तहत हर महीने 1.27 करोड़ बहनों के खाते में लगभग 1600 करोड़ रूपये की आर्थिक सहायता सीधे महिलाओं के खातों में पहुंच रही है। मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव के प्रतिमाह 1250 रुपये के आर्थिक स्तंभन से उनमे स्वावलंबी गुण विकसित हो रहे हैं।रोजगार उन्मुख हो रहीं हैं।उनमे रक्त अल्पता भी दूर हो रही है।उनकी संतानों में पोषण बढ़ रहा है।लगभग 28 हजार करोड़ रुपए की सहायता दी गई है।मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव,वर्ष 2028-29 तक इस राशि को प्रतिमाह 3 हजार रुपए प्रदान करने के लिए संकल्पित हैं।महिला बाल विकास मंत्री निर्मला भूरिया और उनकी टीम, मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव के महिला कल्याण के महायज्ञ में सर्वस्व अर्पण कर,संकल्प सिद्धि कर रही हैं।

लाड़ली लक्ष्मी योजना

मुख्यमंत्री लाड़ली लक्ष्मी योजना के तहत वर्ष 2024-25 में 2 लाख 73 हजार 605 बालिकाओं का पंजीकरण हुआ।मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव द्वारा लगभग 223 करोड़ रूपये से अधिक की छात्रवृत्ति यूनि-पे के जरिए वितरित की गई। अब तक 50 लाख 41 हजार 810 बेटियां इस योजना में पंजीकृत हैं।इस योजना का सुखद परिणाम यह हुआ है कि लिंगानुपात 927 से बढ़कर 970 हुआ है।अभूतपूर्व वृद्धि हुई है ।बाल विवाह में भी उल्लेखनीय कमी आई है।समाज में समरसता मे वृद्धि हो रही है।

शासकीय सेवा,निकायों में महिला आरक्षण

शिक्षा विभाग में भी 50 प्रतिशत पद महिलाओं के लिए आरक्षित हैं।मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने अन्य शासकीय सेवाओं में भी महिला आरक्षण की सीमा 33 से बढ़ाकर 35 प्रतिशत कर नवाचार किया है।नवाचार हेतु मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव साधुवाद के पात्र हैं।वर्ष 2028-29 तक लगभग 3 लाख पदों पर शासकीय सेवाओं में भी महिलाओं को लाभ मिलेगा।स्थानीय प्रशासन में 50 प्रतिशत आरक्षण नारी समाज को दिया जा रहा है।पचास प्रतिशत ग्राम पंचायतों में महिलाएँ सरपंच बन कर ग्राम स्वराज को उन्नत कर रहीं हैं।भाजपा की डॉ मोहन यादव सरकार का संकल्प ग्राम उदय से भारत उदय सिद्ध हो रहा है ।राष्ट्र पिता महात्मा गांधी के सपनों को साकार करने में भाजपा की डॉ मोहन यादव सरकार की महत्वपूर्ण भूमिका है ।

मुख्यमंत्री कन्यादान योजना

मुख्यमंत्री कन्यादान विवाह एवं निकाह योजना भी भारत में ही नहीं अपितु संपूर्ण विश्व में विख्यात हुई है ।इस योजना के माध्यम से लगभग 6 लाख बेटियों का विवाह या निकाह किया गया है ।लगभग 12 लाख से अधिक नागरिक दांपत्य जीवन में बंधे हैं । मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव की सरकार ने कन्यादान योजना में संशोधन कर 55 हजार की राशि का प्रावधान प्रत्येक जोड़े के लिए किया गया है ।हितग्राही को 49 हजार रुपये की राशि का चेक और 6 हजार कार्यालय खर्च के लिए दिए जाते हैं ।इस योजना से भी समाज में लिंगानुपात बढ़ रहा है।नारी शक्ति का सम्मान बढ़ रहा है ।बाल विवाह प्रथा को भी रोकने में यह योजना मील का पत्थर सिद्ध हुई है।

महिला उद्यमिता

मुख्यमंत्री उद्यम शक्ति योजना ने हजारों महिला समूहों को कम ब्याज पर ऋण दिलाकर उनके छोटे-छोटे व्यवसायों को सहारा दिया है। अब महिलाएं न सिर्फ घर चला रही हैं, बल्कि दूसरों को भी रोजगार दे रही हैं। अब तक 30 हजार 264 महिला समूहों और 12 हजार 685 महिला उद्यमियों को 2 प्रतिशत ब्याज अनुदान के रूप में 648.67 लाख की राशि वितरित की जा चुकी है।

प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना

प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना में विगत वर्षों की तरह ही इस वर्ष भी मध्यप्रदेश की डॉ मोहन यादव सरकार द्वारा शत प्रतिशत पात्र हितग्राहियों को आर्थिक सहायता प्रदाय की गई। वर्ष 2024-25 में लगभग 6 लाख 30 हजार 929 हितग्राही महिला पंजीकृत किये गये।

महिलाओं का संबल-वन स्टॉप सेंटर

घरेलू हिंसा, शोषण या किसी भी संकट में फंसी महिलाओं के लिए वन स्टॉप सेंटर उम्मीद की किरण बनकर सहारा प्रदान कर रहे हैं। प्रदेश में 57 वन स्टॉप सेंटर पहले से संचालित हैं। वन स्टाप सेंटर के माध्यम से वर्ष 2024-25 में 31 हजार 763 महिलाओं को सहायता प्रदान की गई है। 8 नए सेंटर पेटलावद, पीथमपुर, मनावर, लसूडिया, साबेंर, मैहर, पांढूर्णा और मऊगंज में स्वीकृत किए गए हैं । लगभग 1.28 लाख संकटग्रस्त महिलाओं को इन केन्द्रों से लाभ मिल चुका है।

कामकाजी महिलाओं को सुरक्षित आवास

कामकाजी महिलाओं के सुरक्षित, सुखद आवास हेतु मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव यत्नशील हैं। प्रदेश में इंदौर और भोपाल में 250 बेड क्षमता के 3 वर्किंग वुमन हॉस्टल संचालित हैं। इसके अतिरिक्त स्कीम फॉर स्पेशल असिस्टेंट टू स्टेट्स फॉर कैपिटल इन्वेस्टमेंट योजना में वर्ष 2024-25 में 5412 बिस्तरीय 8 नये हॉस्टलों को स्वीकृति दी गई है। इनमें से 4 होस्टल महिला एवं बाल विकास विभाग और 4 होस्टल उद्योग विभाग द्वारा संचालित किये जायेंगे। सिंगरौली, देवास, नर्मदापुरम और झाबुआ में 100-100 बिस्तरों के 4 हॉस्टलों के लिए 40.59 करोड़ रूपये की स्वीकृति प्राप्त हो चुकी है। घर से दूर काम करने वाली महिलाओं को सुरक्षित और सुविधाजनक आवास मिलेगा।

एक कॉल पर सहायता

मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव सरकार की महिला हेल्पलाइन 181 और चाइल्ड हेल्पलाइन 1098 को अब 112 आपात सेवा से जोड़ा गया है। इस प्रकार किसी भी महिला को आपातकाल में मात्र एक कॉल से पुलिस, काउंसलिंग, आश्रय और कानूनी,विधिक सहायता सब एक साथ मिल सकती है। वर्ष 2024-25 में लगभग 82 हजार महिलाओं को त्वरित सहायता मिली है। योजना के प्रारंभ से अब तक एक लाख 57 हजार महिलाओं को लाभ मिल चुका है।

शक्ति -सदन

ऐसी महिलाएं और बच्चियां जो बेहद कठिन हालात में हैं। उनके लिए 13 जिलों में 14 शक्ति सदन संचालित किये जा रहे हैं। उन्हें सुरक्षित अस्थायी आश्रय मिलता है। वर्ष 2024-25 में एक हजार 824 महिलाएं और 461 बच्चे लाभान्वित हुए है। आगामी समय में सभी 10 संभागीय मुख्यालयों में शक्ति सदन स्थापित किये जायेगें।

सशक्त वाहिनी प्रशिक्षण से शासकीय सेवा में 156 चयन

सशक्त वाहिनी के तहत हजारों बालिकाओं को प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी और आत्म रक्षा प्रशिक्षण मिला है। इसके तहत 11 हजार से अधिक बालिकाओं को प्रतियोगी परीक्षाओं के लिये शैक्षणिक एवं शारीरिक प्रशिक्षण दिया गया। 156 युवतियों का विभिन्न सरकारी पदों पर चयन हुआ। लगभग 2.6 लाख से अधिक महिलाओं ने सुरक्षा और अधिकारों को लेकर जागरूकता अभियान में भाग लिया।

हम होंगे कामयाब

राज्य सरकार द्वारा नारी शक्ति मिशन के तहत जिला, परियोजना और ग्राम स्तर पर 100 दिवसीय जागरूकता हम होंगे कामयाब अभियान संचालित किया गया। इस अभियान के अंतर्गत प्रदेश में जेंडर संवादों, घरेलू हिंसा, बाल विवाह, सायबर सुरक्षा, कार्यस्थल पर उत्पीड़न और डिजिटल साक्षरता कार्यक्रमों की महिलाओं को जानकारी एवं अपने अधिकारों के लिए खड़ा होना भी सिखाया गया।लोकमाता देवी अहिल्याबाई होल्कर के अद्वितीय प्रशासकीय गुणों से प्रेरणा प्राप्त कर भागीरथी मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव महिला सशक्तिकरण के क्षेत्र में सहस्रों प्रयासों को फलीभूत करते हुए कीर्तिमान रचते जा रहे हैं।

 

 

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