भोपाल।स्टेशन बजरिया जिनालय में रविवार को नित्य नियम,अभिषेक शांतिधारा के बाद शान्ति विधान हवन-यज्ञ भी हुआ समग्र भैया द्वारा प्रवचन में उत्तम त्याग धर्म का संस्कार हमें प्रकृति से मिला है वृक्षों पर पत्ते आते हैं और झड़ जाते हैं फल लगते हैं और गिर जाते हैं गाय अपना दूध स्वयं छोड़ देती है अगर दूध स्वयं ना छोड़े तो अस्वस्थता महसूस होती है यह सारे उदाहरण हमें प्रेरणा देते हैं त्याग हमें परिग्रह ग्रह से मुक्ति दिलाता है ममत्व को घटाकर परिणामो में निर्मलता का आना ही त्याग कहलाता है ।रविवार को शान्ति विधान हवन-यज्ञ कर रोग, शोक, भय पीड़ा समाप्त कर कर्मों का छय कर श्रावकों द्वारा निर्जरा की गई।अध्यक्ष राजीव पंचरत्न प्रवक्ता नरेंद्र जैन ने बताया प्रतिदिन संगीतमय महाआरती के साथ संस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन हो रहा है महिला मंडल अध्यक्ष बबीता पंचरत्न द्वारा शास्त्र सजाओ ,तंबोला, बच्चों द्वारा नृत्य नाटिका की प्रस्तुति प्रतिदिन हो रही है जिसमें बजरिया समाज महिला पुरुष बच्चे शामिल हो रहे हैं।
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