
बाड़मेर जिले में रविवार सुबह घर में आग लगने से दो चचेरे भाइयों की जिंदा जलकर मौत हो गई, जबकि तीसरा गंभीर रूप से घायल हो गया। शॉर्ट सर्किट से आग लगने की आशंका जताई गई है। घटना की जांच जारी है।
राजस्थान के सीमावर्ती बाड़मेर जिले में रविवार सुबह एक भीषण अग्निकांड ने पूरे इलाके को दहला दिया। जिले के जस्तानियों की ढाणी, भाड़खा गांव में एक घर में अचानक आग लग गई, जिसमें सो रहे तीन चचेरे भाई लपटों की चपेट में आ गए। हादसे में दो युवकों की मौके पर ही जिंदा जलकर मौत हो गई, जबकि तीसरा गंभीर रूप से झुलस गया, जिसे जोधपुर रेफर किया गया है। घटना की सूचना पर पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे और राहत कार्य शुरू करवाया।सुबह-सुबह गूंजा चीखों का सन्नाटा, पड़ोसी दौड़े मदद को
जानकारी के अनुसार, देवीलाल के घर में रविवार तड़के अचानक आग लग गई। घर के जिस ईंटों के बने कमरे में तीनों चचेरे भाई सो रहे थे, वह पलभर में लपटों में घिर गया। अरुण (19), राजू (12) और जसराज (21) आग की चपेट में आ गए। ग्रामीणों ने शोर सुनते ही मौके पर पहुंचकर आग बुझाने की कोशिश की, लेकिन तब तक अरुण और राजू की मौत हो चुकी थी। जसराज बुरी तरह झुलस गया, जिसे गंभीर हालत में अस्पताल ले जाया गया और बाद में जोधपुर रेफर कर दिया गया।प्रशासन और जनप्रतिनिधि मौके पर पहुंचे
घटना की सूचना मिलते ही बाड़मेर पुलिस अधीक्षक नरेंद्र सिंह मीना, एसएसपी जस्साराम बॉस, डिप्टी रमेश कुमार शर्मा, थानाधिकारी राजूराम और अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचे। वहीं, बाड़मेर विधायक डॉ. प्रियंका चौधरी ने भी घटनास्थल का दौरा किया, पीड़ित परिवार से मुलाकात की और सांत्वना दी। उन्होंने कहा कि प्रशासन से हर संभव मदद दिलाई जाएगी।
ग्रामीण थानाधिकारी राजूराम ने बताया कि यह आग देवालाल के घर में बने एक कमरे में लगी, जहां तीनों चचेरे भाई सो रहे थे। प्रारंभिक जांच में शॉर्ट सर्किट से आग लगने की संभावना जताई जा रही है। घटनास्थल पर FSL टीम को बुलाया गया है, जो वैज्ञानिक तरीके से सबूत जुटा रही है। रिपोर्ट आने के बाद ही आग लगने के कारणों की पुष्टि हो पाएगी।