तंबाकू मुक्त युवा अभियान के तहत भोपाल के 287 स्कूलों और 31 गांवों को किया तम्बाकू मुक्त घोषित


तंबाकू मुक्त युवा अभियान 3.0 के तहत भोपाल जिले के 287 स्कूलों को तंबाकू मुक्त घोषित किया गया है। अभियान के तहत भोपाल के 400 विद्यालयों को तंबाखू मुक्त किए जाने का लक्ष्य दिया गया है। जिले के 31 गांव भी टोबेको फ्री किए जा चुके हैं।ये अभियान विशेष रूप से छात्रों और युवाओं को तंबाकू के दुष्परिणामों से जागरूक करने के लिए चलाया जा रहा है।
स्कूलों में चिह्नित किए टोबैको मॉनिटर
अभियान के तहत विद्यालयों में जागरूकता गतिविधियां कर छात्रों को तम्बाकू से दूर रहने की शपथ दिलवाई जाती है। चित्रकला, निबंध, वाद विवाद, प्रश्नोत्तरी जैसे कार्यक्रमों के माध्यम से तंबाकू के दुष्प्रभावों के बारे में बताया जाता है। हर स्कूल में टोबैको मॉनिटर का चुनाव किया जाता है जो तंबाकू सेवन करने वाले छात्रों पर नजर रखता है ।
100 अंकों की स्कोरिंग के आधार पर मिलता है टोबेको फ्री सर्टिफिकेशन
स्कूलों को तंबाकू मुक्त घोषित करने के लिए विभिन्न 9 बिंदुओं पर 100 अंकों की स्कोरिंग की जाती है । जिसके तहत स्कूल में तंबाकू नियंत्रण संबंधी गतिविधियां आयोजित करने, स्कूल में सिगरेट, बीड़ी के टुकड़े ,तंबाकू के पाउच, पीक के धब्बे जैसे तंबाकू उपयोग करने के प्रमाण न मिलने , तंबाकू मॉनिटर नियुक्त करने, स्कूल की बाउंड्री वॉल के बाहर 100 गज के दायरे में तंबाकू दुकान न होने जैसे बिंदुओं पर मूल्यांकन किया जाता है।
प्रिंसिपल जारी करते हैं तंबाखू मुक्त स्कूल का घोषणा पत्र
तंबाकू मुक्त शिक्षण संस्थान घोषित करने के लिए स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा स्कूल का मूल्यांकन किया जाता है । प्रिंसिपल द्वारा तंबाकू मुक्त शिक्षण संस्थान के लिए स्व घोषणा पत्र दिया जाता है। जिसमें कोटपा एक्ट की धारा 4 -6 बी के अनुपालन की घोषणा की जाती है। शैक्षणिक संस्थाओं के 100 गज के दायरे में पीली लाइन खींचकर तम्बाकू मुक्त परिसर घोषित किया जाता है।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी भोपाल डॉ मनीष शर्मा ने बताया कि इस अभियान में शैक्षणिक संस्थाओं को तंबाकू मुक्त करने एवं शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में तंबाकू के खिलाफ जागरूक किया जा रहा है। अभियान में स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा विशेष रूप से सहयोग दिया जा रहा है।

