खबरमध्य प्रदेश
सात पीढ़ियों से जड़ी बूटियों से औषधियां बनाने की परंपरा को आगे बढ़ा रहे वीरू कुमरे

भोपाल, वैद्य वीरू कुमरे जड़ी बूटियों से औषधियां तैयार करने की अपनी सात पीढ़ियों की परंपरा को आगे बढ़ा रहे हैं। भोपाल वन मेले में स्टाल लगाकर आयुर्वेदिक औषधियों का विक्रय कर रहे वीरू कुमरे ने बताया कि आदिवासी गोंड समाज से वो ताल्लुक रखते हैं और पचमढ़ी, अमरकंटक तथा पातालकोट से जड़ी बूटियां एकत्र कर दवाएं तैयार करते हैं। उन्होंने कहा कि मेरे यहां पर मोटापा, गैस ,कब्ज शुगर, घुटने का दर्द ,बवासीर, सर्दी खांसी, धातु रोग ,एक्जिमा बदन की गठान, सफेद पानी ,बालों का झड़ना, लीवर की कमजोरी, मिर्गी ,गठिया तथा पुरुषों की कमजोरी इत्यादि की दवाई मौजूद है और नाड़ी देखकर इनका उपचार किया जाता है।
दवाओं के लिए संपर्क -वीरू कुमरे पचमढ़ी मो.7869690961
राजपाल उइके-7359620279
सूरज-7024831976