जो साधक भगवान के नाम का सहारा लेता है, उसके जीवन में संकट आने से पहले ही कृपा पहुंच जाती है। संकट दिखाई देता है, लेकिन कृपा दिखाई नहीं देती। बस विश्वास बनाए रखो, अहित कभी नहीं होगा।”


जंबूरी मैदान में सकल समाज वरिष्ठ नागरिक सेवा समिति द्वारा आयोजित संगीतमय श्री राम कथा महोत्सव के आठवें दिन संत पंडित मुरलीधर महाराज ने कहा कि अशोक वाटिका में रावण द्वारा सीता माता को प्रताड़ित करने से पहले ही भगवान श्रीराम ने हनुमानजी को भेजकर अपनी कृपा पहुँचा दी थी। यह प्रसंग इस बात का प्रमाण है कि भक्तों के जीवन में भी संकट से पहले प्रभु की कृपा आ जाती है।भगवान पर भरोसा करने वाले का कभी अहित नहीं होगा,कभी दुखी नहीं होगा
महाराज जी ने लंका प्रसंग का उल्लेख करते हुए कहा कि हनुमानजी के मार्ग में “कंचन” पहली बाधा बनी, लेकिन उन्होंने नम्रतापूर्वक प्रणाम कर आगे बढ़कर बता दिया कि जीवन में अर्थ (धन) का स्थान है, पर वह सब कुछ नहीं है। साधक को भक्ति के मार्ग पर दृढ़ रहना चाहिए।
संत मुरलीधर महाराज ने हनुमान विभीषण संवाद में ‘संत-स्वभाव’ पर कहा कि “संत वही है जिसके जीवन में परमात्मा के सिवाय और कोई विषय नहीं रहता। वह जीव को संसार से नहीं, परमात्मा से जोड़ता है। जो अपने से जोड़ लें, वे संत कहलाने के अधिकारी नहीं।” संत हमें भगवान की कृपा से मिलते हैं लेकिन जीव में भागवत प्राप्ति का भाव होना चाहिए,जगत के भोग का भाव नहीं
उन्होंने बताया कि दुनिया के पहले अंतरराष्ट्रीय ‘कथावाचक संत’ स्वयं हनुमानजी हैं, जिन्होंने लंका में असुरों तक को “रामकथा” सुनाई अयोध्या में राजतिलक प्रसंग में कहा कि राम को सिंहासन की जरूरत नहीं, सिंहासन को राम की जरूरत है पद के लिए योग्यता होनी चाहिए जिसे वशिष्ठ स्वरूप गुरु पद पर बैठाते हैं ,
श्री राम महोत्सव स्थल जंबूरी मैदान में कथा के दौरान श्रद्धालुओं की बड़ी संख्या उपस्थित रही।
श्री राम कथा महोत्सव में प्रतिदिन बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुँचकर प्रवचनों और भक्ति संगीत का आनंद ले रहे हैं।
मेरे सिर पर सीताराम जी फिकर फिर क्या करना ,,,,, वानर बांकों रे,लंका में मच गई हाँकों रे ,,,, आए बहुरी रघुरैया अवध में बाजे बधइया ,,,,,नगरी हो अयोध्या सी रघुकुल सा घराना हो,,,,राजा रामजी के सिर पर ताज रहे,जैसे संगीतमय भजनों को सुनकर श्रोता मगन होकर नृत्य करने लगे
आज विराम दिवस भी कथा स्थल पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे । विशाल पंडाल श्रद्धालुओं से खचाखच भरा रहा और कई लोग पंडाल से बाहर बैठकर कथा का श्रवण करते रहे।
प्रवक्ता बलवंत सिंह रघुवंशी ने बताया कि यह आयोजन समाज में धार्मिक मूल्यों, संस्कारों और सनातन संस्कृति के संरक्षण एवं प्रचार के उद्देश्य से प्रति वर्ष आयोजित किया जाता है।
इस वर्ष भी महोत्सव में हर वर्ग के लोग बड़ी संख्या में शामिल हुए आज 9 वे दिवस कथा विश्राम दिवस पर लगभग 22 से 25 हजार राम भक्त उपस्थित रहे
सकल समाज वरिष्ठ नागरिक सेवा समिति, गोपाल नगर भेल भोपाल की ओर से जंबूरी मैदान में आयोजित संगीतमयी श्री राम कथा उपरांत कथा स्थल पर ही विशाल भंडारे का आयोजन किया जिसमें लगभग बीस से 25 हजार लोगों ने प्रसादी ग्रहण की .. विशेष सूचना अगले वर्ष 26 दिसंबर 2026 से 3 जनवरी 2027 तक श्रीराम कथा आयोजित होगी । आज कथा श्रवण करने बालों में सिद्ध हनुमान पीठ सोजनी धाम सिलवानी रायसेन के महंत पूज्य श्री भीमानंद जी, चित्रकूट धाम के श्री कृष्ण चैतन्य जी, विधायक श्री भगवान दास सबनानी, भाजपा प्रदेश संगठन मंत्री राजो मालवीय पार्षद जोन अध्यक्ष राजेश चौकसे, जुनेजा, मुख्य संयोजक रमेश भगवती रघुवंशी, राधेलाल/दया शर्मा, मुकेश दर्शना शर्मा हीरालाल रीना गुर्जर गोविन्द वंदना पालीवाल मोर सिंह मधु राजपूत पदम सिंह जाट श्रीमती विभा ललित पाण्डेय मिथलेश गौर हरीश बाथवी विजय माहेश्वरी, सुधीर सोनी सन्तोष साहू दिनेश/ प्रीति साहू जयप्रकाश मालवीय, गोकुल कुशवाहा, बबीता नंदमेहर नंदिनी बिट्टू दुबे, बृजेश, हर्ष, राकेश दीपिका रघुवंशी, विपिन सोनी, संदीप रघुवंशी , चन्द्र मोहन गोयल एवं अशोक गुप्ता रायसेन, गणपत सिंह, रामचन्द्र गुर्जर छोटे लाल पटेल रामसिंह यादव आदित्य जाना, दिलीप विश्वकर्मा, सतीश कुमार, j


