सम्मेलन में CM धामी द्वारा पूर्व अर्धसैनिकों के लिए खोला सौगातों का पिटारा


ग्रुप सेंटर केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल कैम्पस काठगोदाम हल्द्वानी में आयोजित पूर्व अर्धसैनिक बलों के सम्मेलन में मुख्य अतिथि के रूप में प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने पूर्व सैनिकों, वीर नारियों एवं उनके परिजनों को संबोधित कर उनके द्वारा की गई सर्वोच्च सेवाओं के लिए तौहफे की झड़ी लगा दी। उन्होंने कहा कि अर्धसैनिक बलों के वीर जवानों ने कश्मीर से कन्याकुमारी और कच्छ से अरुणाचल तक हर मोर्चे पर अदम्य साहस, शौर्य और समर्पण के साथ देश की सेवा की है। तिरंगे की शान को बढ़ाने में इन वीर सपूतों का योगदान अविस्मरणीय है।
कॉनफैडरेसन ऑफ एक्स पैरामिलिट्री फोर्सेस मार्टियर्स
वेलफेयर एसोसिएशन अध्यक्ष द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि भारत में ऐसा पहली बार जब कोई राज्य का मुख्यमंत्री पूर्व अर्धसैनिकों के सम्मेलन में उपस्थित हो कल्याणकारी योजनाओं की घोषणा की गई। माननीय मुख्यमंत्री जी ने कहा कि सैनिक कभी भी ‘भूतपूर्व’ नहीं होता, वह जीवनपर्यंत सैनिक ही रहता है। आप सभी भूतपूर्व नहीं बल्कि अभूतपूर्व हैं, मुख्यमंत्री ने बताया कि वे स्वयं एक सैनिक परिवार से आते हैं और सैनिकों व उनके परिवारों की चुनौतियों को नजदीक से समझते हैं। उन्होंने कहा कि शहीदों की शहादत की कोई कीमत नहीं हो सकती और राज्य सरकार का दायित्व है कि उनके परिवारों को किसी प्रकार की कठिनाई न आने पाए। इस अवसर पर उन्होंने अर्द्धसैनिक बलों के कल्याण हेतु विभिन्न घोषणाएं करते हुए कहा कि-
भविष्य में राष्ट्रपति पुलिस मेडल-गैलेन्ट्री वीरता पदक से अलंकृत होने वाले अर्द्धसैनिक को एकमुश्त 05 लाख रूपये की अनुदान राशि दी जायेगी। पूर्व अर्द्धसैनिक एवं अर्द्धसैनिक की वीर नारी, जिसके पास स्वयं की कोई अचल सम्पत्ति नहीं है, को उत्तराखण्ड राज्य में जीवनकाल में एक बार अचल सम्पत्ति क्रय किये जाने में स्टाम्प शुल्क में 25 प्रतिशत तक की छूट दी जायेगी उत्तराखण्ड राज्य अर्द्धसैनिक बल कल्याण परिषद्’’ को क्रियाशील किया जायेगा और परिषद् के लिए पुलिस मुख्यालय में एक कार्यालय कक्ष आवंटित किया जायेगा।सैनिक कल्याण निदेशालय में उपनिदेशक (अर्द्धसैनिक) एवं बड़े जिलों के जिला सैनिक कल्याण कार्यालयों में सहायक जिला सैनिक कल्याण अधिकारी (अर्द्धसैनिक) के एक-एक पद स्वीकृत किये जायेंगे, जिसमें पूर्व अर्द्धसैनिक संविदा में नियुक्त किये जायेंगे। अर्द्ध सैनिक बलों के बच्चो की शादी हेतु सैनिकों के भांति धनराशि प्रदान की जाएगी।मुख्यमंत्री ने हल्द्वानी में सीजीएचएस भवन निर्माण हेतु तत्काल प्राथमिकता देते हुए भूमि चयन करने के निर्देश जिलाधिकारी को दिए।पूर्व एडीजी श्री एचआर सिंह द्वारा सेना झंडा दिवस की तर्ज पर अर्ध सैनिक झंडा दिवस कोष की स्थापना की जोरदार मांग की। रणबीर सिंह ने माननीय सर्वोच्च न्यायालय द्वारा कैडर ऑफिसर के हक सुनाए गए ऐतिहासिक फैसले ओजीएएस को लागू करने की मांग दोहराई। जयेंद्र सिंह राणा द्वारा मध्यप्रदेश की तर्ज पर उत्तराखण्ड में जिला स्तर पर हेल्प डेस्क स्थापना की मांग की गई। समूह केंद्र डीआईजी शंकर दत्त पांडे, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ मंजूनाथ टीसी, पूर्व अर्धसैनिक संगठन उत्तराखंड के अध्यक्ष एस.एस. कोटियाल, सेवानिवृत्त आईजी एम.एल. वर्मा, पूर्व एडीजी एच.आर. सिंह अध्यक्ष अलॉइंस, तारादत्त शर्मा, मनोहर सिंह नेगी, जयेंद्र सिंह राणा अध्यक्ष मार्टियर्स वेलफेयर एसोसिएशन, आईजी भानु प्रताप सिंह सहित सभी 13 जिलों से बड़ी संख्या में पूर्व अर्धसैनिकों के परिवार, वीर नारियों एवं गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे। मंच का संचालन अध्यक्ष नैनीताल डिप्टी कमांडेंट दरबान सिंह बोहरा ने किया।


