ऑस्ट्रेलियाई युवती टोया की हत्या का आरोपी राजविंदर सिंह दोषी पाया गया


ऑस्ट्रेलिया के सबसे चर्चित मर्डर केस में बड़ा फैसला आया है. भारतीय मूल के राजविंदर सिंह को 2018 में 24 साल की टोया कॉर्डिंगली की हत्या का दोषी पाया गया है. क्वींसलैंड की केर्न्स सुप्रीम कोर्ट की जूरी ने सोमवार को यह फैसला सुनाया. 41 साल के सिंह ने 24 साल टोया की बीच पर चाकू मारकर उसका गला रेत कर हत्या कर दी थी. वारदात के अगले ही दिन वह भारत भाग गया था और करीब चार साल तक फरार रहा.हालांकि उसे साल 2022 में गिरफ्तार कर लिया गया था. 21 अक्टूबर 2018 को टोया कॉर्डिंगली अपने कुत्ते के साथ क्वींसलैंड के वांगेट्टी बीच पर गई थीं, जहां राजविंदर सिंह ने उनकी चाकू मारकर हत्या कर दी और गला रेत दिया. हत्या के ठीक अगले दिन, सिंह अपने दादा की बीमारी का बहाना बनाकर ऑस्ट्रेलिया से भारत भाग गया और लगभग चार साल तक फरार रहा. टोया के देर रात तक घर न लौटने पर उनके पिता ने तलाश शुरू की. अगली सुबह टोया का शव मिला, जबकि उनका कुत्ता पास के पेड़ से बंधा हुआ जिंदा पाया गया.
दिल्ली पुलिस ने किया गिरफ्तार
पुलिस ने हत्या के तीन हफ्तों के भीतर ही सिंह पर शक जताना शुरू कर दिया था. उसकी कार की लोकेशन टोया के मोबाइल की लोकेशन से मैच हो गई थी. फरार रहने के दौरान ऑस्ट्रेलिया ने सिंह की जानकारी देने पर 1 मिलियन डॉलर (लगभग ₹8.3 करोड़) का इनाम भी घोषित किया था. नवंबर 2022 में, दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने सिंह को दिल्ली के एक गुरुद्वारे से गिरफ्तार किया. उसे 2023 की शुरुआत में भारत से ऑस्ट्रेलिया प्रत्यर्पित कर दिया गया.
80 से ज्यादा गवाहों ने दिए बयान
10 नवंबर 2025 से शुरू हुए ताजा ट्रायल में 80 से ज्यादा गवाहों के बयान दर्ज किए गए. जूरी ने लगभग सात घंटे तक विचार-विमर्श करने के बाद सिंह को दोषी पाया. यह मामला क्वींसलैंड में महिलाओं के खिलाफ हिंसा को लेकर एक बड़ा जन-आक्रोश पैदा करने वाला था, जिसके बाद हजारों लोगों ने न्याय की मांग में मार्च निकाले थे.



