बांग्लादेश में अंतरिम कार्यवाहक पद की शपथ लेंगे मुहम्मद यूनुस
बांग्लादेश में हिंसा का दौर अभी भी जारी है। शेख हसीना के प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देने और देश छोड़ने के बाद भी प्रदर्शनकारी सड़कों पर डटे हुए हैं। ऐसी खबरें हैं कि पूर्व पीएम हसीना लंदन जा सकती हैं। वहीं, नोबेल पुरस्कार से सम्मानित मोहम्मद यूनुस को बांग्लादेश की अंतरिम सरकार का प्रमुख नियुक्त किया गया है। दरअसल, सरकारी नौकरियों में कुछ खास लोगों के एक वर्ग के लिए आरक्षण प्रणाली के खिलाफ जुलाई के मध्य से छात्रों के विरोध प्रदर्शन शुरू हुए थे। अब ये विरोध-प्रदर्शन हिंसा का रूप ले चुका है।
बीएनपी नेता का दावा- हसीना सरकार के ‘कुशासन’ से बांग्लादेश में हुआ जन आंदोलन
2015 से मेघालय में रह रहे बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी के नेता सलाहुद्दीन अहमद ने बुधवार को दावा किया कि उनके देश में व्यापक विरोध प्रदर्शन प्रधानमंत्री शेख हसीना के ‘कुशासन’ का परिणाम है। उन्होंने आरोप लगाया कि हसीना के नेतृत्व वाली अवामी लीग सरकार नौ साल पहले बांग्लादेश से उनके गायब होने के लिए जिम्मेदार है, उन्होंने कहा कि अब उन्हें घर लौटने की उम्मीद है। बता दें कि सलाहुद्दीन अहमद 2001 से 2006 तक बीएनपी के सत्ता में रहने के दौरान संचार मंत्री थे। सलाहुद्दीन अहमद ने पहले दावा किया था कि उन्हें बांग्लादेश से अगवा कर लिया गया था और उन्हें नहीं पता कि वे मई 2015 में शिलांग कैसे पहुंचे। बांग्लादेश में राजनीतिक अस्थिरता के बीच अंतरिम सरकार के कार्यवाहक के तौर पर नोबेल पुरस्कार विजेता मुहम्मद यूनुस कल शपथ ग्रहण करेंगे। बांग्लादेश सेना के प्रमुख वकर-उज-जमान ने मुहम्मद यूनुस के शपथ ग्रहण की जानकारी दी है।
बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री जिया को मिला नया पासपोर्ट
हाल ही में जेल से रिहा की गई बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया को अब नया पासपोर्ट मिल गया है। उनकी पार्टी ने ये जानकारी साझा की है। बता दें कि 79 वर्षीय खालिदा जिया को 2018 में भ्रष्टाचार के लिए 17 साल जेल की सजा सुनाई गई थी। बांग्लादेश नेशनल पार्टी (बीएनपी) की अध्यक्ष फिलहाल कई बीमारियों का इलाज करा रही हैं। उन्हें हसीना के नेतृत्व वाली अवामी लीग सरकार के पतन के बाद मंगलवार को राष्ट्रपति मोहम्मद शहाबुद्दीन के कार्यकारी आदेश पर रिहा कर दिया गया। जिया दो साल से अधिक समय से जेल में थीं।