
भोपाल। दबंगों से परेशान होकर सागर निवासी महिला दर-दर भटकने को मजबूर हैं। सागर निवासी सीता दुबे के मुताबिक दबंगों ने साजिश करके घर तुड़वा दिया। रोजी रोटी के लिए चल उनकी दुकान और जमीन से भी बेदखल कर दिया। इसके अलावा उनके जवान बेटे पर भी हमला किया गया था। सीता दुबे के बड़े बेटे राजेश दुबे की मौत हो चुकी है। सीता देवी के मुताबिक उनके बेटे की साज़िश करके जान ले ली गई। उन्होंने बताया कि मेरे पुत्र राजेश दुबे पुत्र बिहारीलाल दुबे उम्र 34 वर्ष को राजधानी भोपाल के हमीदिया अस्पताल के आकस्मिक चिकित्सा द्वारा डॉ० रूचि टंडन के मार्गदशन में दिनांक 06/04/2024 को भर्ती किया गया था। चेकअप उपरान्त मरीज राजेश दुबे को बिना कारण बताए डिसचार्ज कर दिया गया। इस दौरान मेडीकल विभाग में पदस्थ कर्मचारी एंव एक अन्य डॉक्टर ने पूर्व नियोजित तरीके से हत्या को अंजाम दिया तथा मृत राजेश दुबे को जीवित बताकर आनन-फानन में उसी दिनांक को डिस्चार्ज कर दिया गया इस पूरे प्रकरण में आन ड्यूटी अस्पताल के डा० एंव कर्मचारी संदिग्कीधता की परिधि में आते है।
दिनांक 06/04/2024 को जब हमने इंचार्ज डा० और उपस्थित कर्मचारियों से डिस्चार्ज के विषय में हमने बात की तो उन्होंने हमारे साथ दुर्रव्यवहार किया इस पूरी साजिस मे डा० आर.एस. मनीराम, एंव मेडीकल कर्मचारी कोई नेपाली ने इस साजिस को अजाम दिया। वहीं डा० हेमंत हमीदिया अस्पताल में रहते हुये ट्रिन्टी मल्टीस्पेशिलिटि हास्पीटल चूना भट्टी भोपाल द्वारा अपने यहां भर्ती कर तदोंपरात हमीदिया अस्पताल भेजा गया।
वही इस समस्या की शुरूआत सागर के बस स्टेण्ड झीलमार्ग पर हमारी दुकान एंव जगह को लेकर स्थानीय लोग जिनमे वीरेन्द्र पाठक एंव इसके साथी, बबलु, बस बुकिंग के साथ गुमटियां रखबाता है। गोलू चोरसिया संचालक सागर श्री होटल, बस स्टेण्ड सागर एंव उमाशंकर रावत, कलेक्ट्रेट कार्यालय में नोकरी करता है जो गुडे बदमासो के साथ मिलकर मेरे मकान को तुड़वाया और नगर निगम के साथ मिलकर मेरा सामान उठवा लिया वही आकाश जाट जो क्लीनर का कार्य करता है इसने दिनांक 28/09/2023 को मेरे पुत्र राजेश दुबे को पत्थर मारकर मुर्छित कर दिया ।इन सभी लोगो ने एकराय होकर मेरे परिवार को सागर से भागने को मजबूर कर दिया इन्ही लोगों ने मुझे एंव मेरे द्वितीय पुत्र शैलु दुबे को कार्यवाही न करने की जहां धमकी दी आगे कार्यवाही करने पर जान से मारने की धमकी दी है।मैने आज दिनांक तक थाना गोपालगंज सागर, पुलिस अधीक्षक सागर, आई.जी. सागर, मुख्यमंत्री म.प्र. शासन भोपाल, महामहीम राज्यपाल म.प्र. सहित मानव अधिकार आयोग भोपाल, मुख्य सचिव म.प्र.शासन, को जहा इस घटना से अवगत कराया है। वही प्रधानमंत्री भारत सरकार को भी अवगत कराया गया। अतः आपके माध्यम से मेरी समस्या का समाधान किया जाये। तथा मेरे साथ हो रही साजिस की जांच सी.बी.आई. द्वारा कराई जाऐ। तथा मेरी एंव मेरे पुत्र शेलु दुबे की जान माल की सुरक्षा की जाये। यदि मेरे या मेरे परिवार के साथ कोई घटना दुर्गघटना घटित होती है तो इसकी सारी जबावदारी शासन प्रशासन की है।