121 कुंडीय शनि महायज्ञ की पूर्णाहुति आज
साढ़ेसाती व अढ़या की दशा वालों को आहुति छोड़ने से होगा विशेष लाभ

भोपाल। नेहरू नगर स्थित प्राचीन नवग्रह मंदिर में चल रहे 121 कुंडीय शनि महायज्ञ का समापन आज शनि जयंती पर पूर्णाहुति के साथ होगा। जिसमें हजारों की संख्या में श्रद्धालु भाग लेंगे। यज्ञाचार्य पंडित गजेंद्र शास्त्री ने उक्त जानकारी देते हुए बताया कि यज्ञ की पूर्णाहुति का विधान मंगलवार को शाम 7 बजे प्रारम्भ होगा। जिसमें वैदिक मंत्रोच्चारण के बीच श्रद्धालुगण यज्ञाहुति देंगे। उन्होंने बताया कि शनि महायज्ञ में आहुति देना वैसे तो सभी जातकों को लाभकारी होता है। लेकिन साढ़ेसाती व अढया की दशा वालों को विशेष लाभ देता है। अतः ग्रह दशाओं से प्रभावित जातक शनि देवता का तेलाभिषेक करें। काला वस्त्र काला तिल और काला उड़द दान करें। इसके उपरांत श्रद्धापूर्वक दक्षिणा प्रदान कर यज्ञ की पूर्णाहुति में सम्मिलित हों। इससे निश्चित ही ग्रह दशा शांत होती है। पंडित शास्त्री ने बताया कि विगत 9 दिनों से चल रहे इस महायज्ञ के दौरान काले घोड़े की नाल वाली अंगूठियां सिद्ध करने की प्रक्रिया भी चल रही है। जिन्हें निःशुल्क वितरित किया जाएगा। यज्ञ की पूर्णाहुति के उपरांत विशाल भंडारा आयोजित किया जाएगा। पूर्णाहुति के एक दिन पूर्व श्रीराम कथा के समापन अवसर पर महाराज वैभव भटेले ने कहा कि जहाँ रामभक्ति होती है वहां पर आपस में भेदभाव और बैरभाव पूरी तरह से समाप्त हो जाते हैं। उधर भागवत कथा का भी समापन हुआ जिसमें पंडित जितेंद्र वैष्णव ने सभी के मोक्ष की कामना की।