रबी सीजन में निर्बाध विद्युत आपूर्ति के लिए ट्रांसको के एक्शन प्लान के अनुसार फील्ड अधिकारी करें कार्य:

एम.पी. ट्रांसकों की 19वीं त्रैमासिक रिव्यू मीटिंग में एम.डी. सुनील तिवारी के निर्देश
जबलपुर। मध्यप्रदेश पावर ट्रांसमिशन कंपनी (एम.पी. ट्रांसको) की दो दिवसीय प्रदेश स्तरीय त्रैमासिक रिव्यू मीटिंग में प्रबंध संचालक सुनील तिवारी ने निर्देश दिए कि फील्ड के अधिकारी आगामी रबी सीजन में बिजली की अनुमानित मांग को देखते हुये प्रदेश में 20000 मेगावाट विद्युत के मद्देनजर हर स्थिति से निपटने की पूरी तैयारी कर लें। उन्होंने रबी सीजन की मांग को देखते हुये ट्रांसमिशन सिस्टम की स्थिरता और निरंतरता बनाये रखने ट्रांसको के रबी सीजन एक्शन प्लान पर गंभीरता से विचार विमर्श किया एवं अधिकारियों को निर्देशित किया कि प्रदेश में ट्रांसमिशन लाइनों और सबस्टेशनों की माइक्रो मॉनिटरिंग रखी जाये एवं किसी भी विषम परिस्थिति में ट्रांसमिशन नेटवर्क के रिस्टोरेशन को सर्वोच्च प्राथमिकता दें।
उन्होंने ट्रांसमिशन लाइनों, उन पर ट्रिपिंग और सबस्टेशनों के मेंटेनेंस कार्यों की प्रगति के साथ प्रदेश में चल रहे ट्रांसमिशन निर्माण कार्यों की समीक्षा की और इन्हें उच्चतम गुणवत्ता के साथ समय सीमा में पूर्ण किए जाने के निर्देश भी दिए। प्रबंध संचालक सुनील तिवारी ने ट्रांसमिशन लाइनों और सबस्टेशनों की क्षमता तथा उन पर लोडिंग की समीक्षा करते हुए निर्देश दिए कि किसी भी लाइन या सबस्टेशन में निर्धारित सीमा से अधिक लोड न डाला जाये।
*अपनाई गई तकनीकों*
*का हो सुचारू संचालन*
उन्होंने रिव्यू मीटिंग में ट्रांसमिशन कंपनी द्वारा अपनाई गई विश्व की अत्याधुनिक तकनीकों के सफल क्रियान्वयन और सुचारू संचालन पर जोर देते हुये कहा कि इसके लिये सभी कार्मिक व्यक्तिगत रूचि लें, ताकि उचित लाभ मिल सके।
*कार्यस्थल एवं व्यक्तिगत आचरण में*
*जीरो एक्सीडेंट लक्ष्य से करें कार्य:-*
प्रबंध संचालक सुनील तिवारी ने निर्देश दिए की फील्ड के अधिकारी जीरो एक्सीडेंट लक्ष्य को ध्यान में रखकर पूरी सतर्कता और सुरक्षा के साथ मेंटेनेंस कार्य को पूर्ण करवायें। उन्होंने कंपनी के जीरो एक्सीडेंट लक्ष्य को पुनः स्पष्ट करते हुये कहा कि जीरो एक्सीडेंट न सिर्फ कार्यस्थल के लिये प्रभावी हो बल्कि कार्मिक इसे व्यक्तिगत जीवन में भी अपनाते हुये जीरो व्हीकल एक्सीडेंट का लक्ष्य निर्धारित करें, उन्होंने कार्मिकों का आव्हान किया कि वाहन का उपयोग करते समय सड़क सुरक्षा के नियमों के अनुसार दो पहिया वाहन चालक हेल्मेट और चार पहिया वाहनों में सीट बेल्ट का उपयोग अनिवार्य रूप से करें।