खबरमध्य प्रदेश

स्वर्णकार समाज की स्टार बिटिया शेफाली वर्मा महिला विश्व कप विजेता को अखिल भारतीय स्वर्णकार महासभा सहित सर्व स्वर्णकार समाज ने दी बधाइयां

महिला विश्व कप विजेता टीम की प्रमुख बल्लेबाज, फाइनल मैच की मेन ऑफ द मैच, स्वर्णकार समाज की होनहार एवं प्यारी बिटिया शैफाली वर्मा को अखिल भारतीय स्वर्णकार महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष लायन राजकुमार सर्राफ प्रिंस विदिशा, महासचिव अशोक वर्मा, कोषाध्यक्ष रामस्वरूप सोनी, सोशल मीडिया प्रभारी मुकेश सोनी, लायन अरुण कुमार सोनी राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी अखिल भारतीय स्वर्णकार महासभा ,जिला अध्यक्ष मध्य प्रदेश स्वर्णकार समाज कल्याण समिति विदिशा सहित विभिन्न संगठनों में पदाधिकारी, उपाध्यक्ष महेश सोनी,सचिव मनोज कौशल, कोषाध्यक्ष शिवकुमार सोनी के साथ ही दोनों संगठन के सभी पदाधिकारीयों , सर्व स्वर्णकार समाज जनों ने हार्दिक मंगल शुभकामनाएं एवं बहुत-बहुत बधाई दी।

द लायंस इंटरनेशनल क्लब मल्टीपल एवं डिस्ट्रिक्ट सह मल्टीमीडिया प्रभारी लायन अरुण कुमार सोनी ने बताया शैफाली वर्मा का (जन्म 28 जनवरी 2004 मे हरियाणा) एक स्वर्णकार परिवार में हुआ था। लेकिन इनका पुस्तैनी गांव राजस्थान के अलवर(खैरथल) जिले की मुंडावर तहसील का जालावास गांव है। वहा से इनके परदादा जी के निधन हो जाने के बाद इनकी परदादी अपने गांव रोहतक हरियाणा में आ गई। हरियाणा के रोहतक जिले के छोटे से गांव कि रहने वाली शेफाली छोटी उम्र में बड़े सपने देखती थी। इसी दौरान उनकी किस्मत ने ऐसी पलटी मारी कि अचानक से देश कि हीरो बन गई।
आपके बुरे समय में लगातार फेल होने के कारण साल 2024 में ऑस्ट्रेलिया दौरे से उन्हें बाहर कर दिया गया। शेफाली के लिए ये समय बिल्कुल भी आसान नहीं था, क्योंकि टीम से बाहर होने से दो दिन पहले ही उनके पिता को हार्ट अटैक आया था, लेकिन ये बात उन्होंने ये बात अपने पिता से छुपा कर रखी और सप्ताह के बाद बताया। एक तरफ टीम से ड्रॉप और फिर पिता के हार्ट अटैक से शेफाली टूट चुकी थीं, लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी और घरेलू क्रिकेट में वापसी के लिए कड़ी मेहनत की। शेफाली ने ना सिर्फ अपने फॉर्म को हासिल किया, बल्कि अपनी फिटनेस को भी दुरुस्त किया जो कि विश्व कप के फाइनल में देखने को मिला।

फाइनल में 52 रन से जीती टीम इंडिया

आईसीसी महिला विश्व कप में भारतीय टीम ने साउथ अफ्रीका को 52 रन से हराया। मैच में टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करते हुए शेफाली वर्मा और दीप्ति शर्मा की दमदार अर्धशतकीय पारी से टीम इंडिया ने 50 ओवर में 9 विकेट के नुकसान पर 298 रन का स्कोर खड़ा किया था। इसके जवाब में साउथ अफ्रीका की टीम 45.3 ओवर में 246 रन बनाकर सिमट गई। इस तरह भारत ने मैच जीतकर विश्व कप की ट्रॉफी अपने नाम की।

बता दे कि इस मैच के दौरान शेफाली वर्मा की एकैडमी व उनके घर में कुछ अलग ही माहौल था। अकादमी में पूरा परिवार व शेफाली के साथ प्रैक्टिस मैच देखने के लिए इकट्ठा हुए। टीवी में मैच देखना था वह मैच शुरू होने के बाद चला ही नहीं, लेकिन मैच तो देखना ही था।

इसलिए मोबाइलों को सामने रखकर सब ने मैच देखना शुरू किया और जैसे ही शॉट लगाते सभी खुशी से उछल पड़ते। विशिष्ट बात यह थी की इस दौरान शेफाली के पिता संजीव वर्मा शेफाली की बैटिंग के दौरान एक ही कुर्सी पर बैठे नजर आए और हाथ जोड़कर भगवान का नाम लेते रहे। जब शेफाली और उनकी टीम ने जीत हासिल की तब जीत के बाद पूरे परिवार ने बम पटाखे फोड़ते हुए नाच कर खुशियां मनाई।
पिता और मां दोनों ने कहा कि अपने बच्चों के लिए प्रार्थना करनी पड़ती है और उनकी बेटी ने जो मेहनत की थी उसे मेहनत का परिणाम आज मिला है। वह पूरी टीम तथा देशवासियों को इस विश्व कप की जीत के लिए बधाई देते हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि मैं भगवान, बीसीसीआई और चयनकर्ताओं का शुक्रिया अदा करता हूं।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button