अनुराग से ही भक्ति की निरन्तरता और अनुराग के लिए हरिकथा,संतो का संग करें



जंबूरी मैदान में सकल समाज वरिष्ठ नागरिक समिति द्वारा आयोजित संगीतमयी श्रीराम कथा महोत्सव छठवां दिन अंतरराष्ट्रीयभोपाल।
अनुराग से ही भक्ति की निरन्तरता और अनुराग के लिए हरिकथा,संतो का संग करें
जंबूरी मैदान में सकल समाज वरिष्ठ नागरिक समिति द्वारा आयोजित संगीतमयी श्रीराम कथा महोत्सव छठवां दिन अंतरराष्ट्रीय संत कथा व्यास पूज्य मुरलीधर जी महाराज ने भक्ति, अनुराग और रामचरितमानस के प्रमुख प्रसंगों पर मार्मिक एवं जीवन-उन्मुख संदेश दिए। उन्होंने कहा कि “भक्ति की निरंतरता केवल अनुराग से बनी रहती है, और अनुराग प्राप्त करने का मार्ग है—हरिकथा का श्रवण और संतों का संग़
महाराज जी ने बताया कि जब भगवान राम जनकपुर से विवाह उपरांत अयोध्या लौटे, तब माता कौशल्या का हृदय उनके दर्शन से अनुपम आनंद से भर गया। कौशल्या कहती हैं कि जितने दिन मैंने अपने राम के दर्शन नहीं किए, वे दिन मेरे जीवन से मानो कट गए। संसार में जो अनुराग मुझे श्रीराम से मिला, वह मुझे कहीं और कभी नहीं मिला।””कौशल्या के मन में यह भावना थी कि जिन दिनों राम ने मुझे दर्शन नहीं दिए, वे दिन जैसे मेरे जीवन से कट गए।”अनुराग से ही भक्ति की निरन्तरता और अनुराग के लिए हरिकथा,संतो का संग करें
महाराज जी ने आगे बताया कि अयोध्या लौटने के बाद जब महाराज दशरथ राजसिंहासन पर बैठे, तो चारों ओर उनकी प्रशंसा हो रही थी मुरलीधर महाराज जी ने कहा कि जब कभी भी अत्यधिक प्रशंसा हो रही हो और आपकी प्रशंसा में बहुत ज्यादा भीड़भाड़ हो तो तो अवलोकन करना चाहिए क्योंकि भीड़ के साथ भाड़ शब्द भी जुड़ा रहता है अत्यधिक प्रशंसा हमारे पुण्यों का क्षरण करती है ,पतन का कारण बनती है उन्होंने कहा कि राजा दशरथ अपने श्वेत होते बालों को देखकर जीवन की अनित्यता पर विचार किया। मुरलीधर महाराज ने आगे कथा विस्तार में दशरथ कैकई संवाद और रामवन गमन की कथा कही
समय का पहिया चलता है,,,तपसी का वेश धर राम वन चले,,,,जैसे भजनों को सुनकर श्रोताओं के नयन सजल हो गए
छठवें दिन भी कथा स्थल पर अत्यधिक भीड़ देखने को मिली। विशाल पंडाल श्रद्धालुओं से खचाखच भरा रहा और कई लोग पंडाल से बाहर बैठकर कथा का श्रवण करते रहे।
प्रवक्ता बलवंत सिंह रघुवंशी उपाध्यक्ष हरीश बाथवी एवं पदम सिंह जाट ने बताया कि यह आयोजन समाज में धार्मिक मूल्यों, संस्कारों और सनातन संस्कृति के संरक्षण एवं प्रचार के उद्देश्य से प्रति वर्ष आयोजित किया जाता है।
इस वर्ष भी महोत्सव में हर वर्ग के महिला पुरुष बड़ी संख्या में उत्साह से शामिल हो रहे हैं।
सकल समाज वरिष्ठ नागरिक सेवा समिति, गोपाल नगर भेल भोपाल की ओर से जंबूरी मैदान में आयोजित संगीतमयी श्री राम कथा महोत्सव का यह आठवां वर्ष है महोत्सव में प्रतिदिन बड़ी संख्या में राम भक्त श्रद्धालु उपस्थित हो रहे हैं समिति ने 25800 वर्ग फिट का विशाल डोम लगाया है श्रद्धालुओं के बैठने की पीने के पानी की उत्तम व्यवस्था की गई है। समिति प्रवक्ता बलवंत सिंह रघुवंशी ने बताया कि इस वर्ष ईको फ्रेंडली अर्थात प्लास्टिक से दूरी बनाने के प्रयास किए गए हैं समिति अगले वर्ष ग्राम अमझरा में एक गौ शाला निर्माण करेगी फिर प्रत्येक जिले में गौ शालाएं संचालित करने की कार्य योजना बना कर कार्य शुरू करेगी। आज कथा श्रवण करने में आरती करने हेतु पूज्य महंत श्री रामदास जी अयोध्या नगर, भाजपा नेता गिरीश शर्मा, अखण्ड रघुवंशी समाज कल्याण महापरिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष हरिशंकर सिंह रघुवंशी, मुख्य यजमान संयोजक रमेश भगवती रघुवंशी, मुकेश दर्शना शर्मा हीरालाल रीना गुर्जर गोविन्द वंदना पालीवाल मोर सिंह मधु राजपूत, पदम सिंह जाट, ललित विभा पाण्डेय, विजय माहेश्वरी, क्षमा शर्मा, भोजपाल उत्सव समिति अध्यक्ष सुनील यादव, गोकुल कुशवाहा,साधना ए एल सिंह, विजय दुबे, जमना प्रसाद साहू,सुधीर सोनी सन्तोष मालवीय, जयप्रकाश मालवीय छोटे लाल पटेल रामसिंह यादव दिलीप विश्वकर्मा सतीश सिंह, आदित्य जाना, कुबेर पाण्डेय कोषाध्यक्ष मिथिलेश गौर, भरत साहू, अनिता दुबे, बबीता नंदमेहर, नंदिनी बिट्टू दुबे, बृजेश रघुवंशी मनोज गुप्ता हरिद्वार, जयपुर से श्री संपत जी ऑन लाइन जुड़े, वीरेंद्र रानी रघुवंशी राकेश/ दीपिका रघुवंशी, ललिता राजपूत, पवन वैष्णव, विपिन सोनी, संदीप रघुवंशी रायसेन, सहित विभिन्न शहरों से लगभग 200 गुरु शिष्य रामकथा श्रवण करने पधारें हैं उनके रहने भोजन की व्यवस्था समिति द्वारा निःशुल्क की गई है।चक मुरलीधर महाराज जी ने भक्ति, अनुराग और रामचरितमानस के प्रमुख प्रसंगों पर मार्मिक एवं जीवन-उन्मुख संदेश दिए। उन्होंने कहा कि “भक्ति की निरंतरता केवल अनुराग से बनी रहती है, और अनुराग प्राप्त करने का मार्ग है—हरिकथा का श्रवण और संतों का संग़
महाराज जी ने बताया कि जब भगवान राम जनकपुर से विवाह उपरांत अयोध्या लौटे, तब माता कौशल्या का हृदय उनके दर्शन से अनुपम आनंद से भर गया। कौशल्या कहती हैं कि जितने दिन मैंने अपने राम के दर्शन नहीं किए, वे दिन मेरे जीवन से मानो कट गए। संसार में जो अनुराग मुझे श्रीराम से मिला, वह मुझे कहीं और कभी नहीं मिला।””कौशल्या के मन में यह भावना थी कि जिन दिनों राम ने मुझे दर्शन नहीं दिए, वे दिन जैसे मेरे जीवन से कट गए।”अनुराग से ही भक्ति की निरन्तरता और अनुराग के लिए हरिकथा,संतो का संग करें
महाराज जी ने आगे बताया कि अयोध्या लौटने के बाद जब महाराज दशरथ राजसिंहासन पर बैठे, तो चारों ओर उनकी प्रशंसा हो रही थी मुरलीधर महाराज जी ने कहा कि जब कभी भी अत्यधिक प्रशंसा हो रही हो और आपकी प्रशंसा में बहुत ज्यादा भीड़भाड़ हो तो तो अवलोकन करना चाहिए क्योंकि भीड़ के साथ भाड़ शब्द भी जुड़ा रहता है अत्यधिक प्रशंसा हमारे पुण्यों का क्षरण करती है ,पतन का कारण बनती है उन्होंने कहा कि राजा दशरथ अपने श्वेत होते बालों को देखकर जीवन की अनित्यता पर विचार किया। मुरलीधर महाराज ने आगे कथा विस्तार में दशरथ कैकई संवाद और रामवन गमन की कथा कही
समय का पहिया चलता है,,,तपसी का वेश धर राम वन चले,,,,जैसे भजनों को सुनकर श्रोताओं के नयन सजल हो गए
छठवें दिन भी कथा स्थल पर अत्यधिक भीड़ देखने को मिली। विशाल पंडाल श्रद्धालुओं से खचाखच भरा रहा और कई लोग पंडाल से बाहर बैठकर कथा का श्रवण करते रहे।
प्रवक्ता बलवंत सिंह रघुवंशी उपाध्यक्ष हरीश बाथवी एवं पदम सिंह जाट ने बताया कि यह आयोजन समाज में धार्मिक मूल्यों, संस्कारों और सनातन संस्कृति के संरक्षण एवं प्रचार के उद्देश्य से प्रति वर्ष आयोजित किया जाता है।
इस वर्ष भी महोत्सव में हर वर्ग के महिला पुरुष बड़ी संख्या में उत्साह से शामिल हो रहे हैं।
सकल समाज वरिष्ठ नागरिक सेवा समिति, गोपाल नगर भेल भोपाल की ओर से जंबूरी मैदान में आयोजित संगीतमयी श्री राम कथा महोत्सव का यह आठवां वर्ष है महोत्सव में प्रतिदिन बड़ी संख्या में राम भक्त श्रद्धालु उपस्थित हो रहे हैं समिति ने 25800 वर्ग फिट का विशाल डोम लगाया है श्रद्धालुओं के बैठने की पीने के पानी की उत्तम व्यवस्था की गई है। समिति प्रवक्ता बलवंत सिंह रघुवंशी ने बताया कि इस वर्ष ईको फ्रेंडली अर्थात प्लास्टिक से दूरी बनाने के प्रयास किए गए हैं समिति अगले वर्ष ग्राम अमझरा में एक गौ शाला निर्माण करेगी फिर प्रत्येक जिले में गौ शालाएं संचालित करने की कार्य योजना बना कर कार्य शुरू करेगी। आज कथा श्रवण करने में आरती करने हेतु पूज्य महंत श्री रामदास जी अयोध्या नगर, भाजपा नेता गिरीश शर्मा, अखण्ड रघुवंशी समाज कल्याण महापरिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष हरिशंकर सिंह रघुवंशी, मुख्य यजमान संयोजक रमेश भगवती रघुवंशी, मुकेश दर्शना शर्मा हीरालाल रीना गुर्जर गोविन्द वंदना पालीवाल मोर सिंह मधु राजपूत, पदम सिंह जाट, ललित विभा पाण्डेय, विजय माहेश्वरी, क्षमा शर्मा, भोजपाल उत्सव समिति अध्यक्ष सुनील यादव, गोकुल कुशवाहा,साधना ए एल सिंह, विजय दुबे, जमना प्रसाद साहू,सुधीर सोनी सन्तोष मालवीय, जयप्रकाश मालवीय छोटे लाल पटेल रामसिंह यादव दिलीप विश्वकर्मा सतीश सिंह, आदित्य जाना, कुबेर पाण्डेय कोषाध्यक्ष मिथिलेश गौर, भरत साहू, अनिता दुबे, बबीता नंदमेहर, नंदिनी बिट्टू दुबे, बृजेश रघुवंशी मनोज गुप्ता हरिद्वार, जयपुर से श्री संपत जी ऑन लाइन जुड़े, वीरेंद्र रानी रघुवंशी राकेश/ दीपिका रघुवंशी, ललिता राजपूत, पवन वैष्णव, विपिन सोनी, संदीप रघुवंशी रायसेन, सहित विभिन्न शहरों से लगभग 200 गुरु शिष्य रामकथा श्रवण करने पधारें हैं उनके रहने भोजन की व्यवस्था समिति द्वारा निःशुल्क की गई है।


