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दुल्हन लाखों के जेवर और नकद लेकर फरार हुई

मध्य प्रदेश के दमोह जिले में फर्जी शादी कराकर दुल्हन ने छह लाख रुपये के जेवर लेकर फरारी की घटना सामने आई

मध्य प्रदेश के दो जिले दमोह और सीहोर (भैरुंदा) में पुलिस ने फर्जी शादी कराकर धोखाधड़ी करने वाले एक संगठित गिरोह का पर्दाफाश कर बड़ी सफलता हासिल की है. इन दोनों वारदातों में गिरोह ने शादी को कमाई का जरिया बनाया और लाखों की ठगी को अंजाम दिया. एक मामले में दुल्हन लाखों के जेवर और नकद लेकर फरार हुई, तो दूसरे में ऑनलाइन पेमेंट के जरिए ₹1.71 लाख की ठगी की गई. पुलिस ने दोनों ही मामलो में गिरोह के मुख्य सदस्यों, मध्यस्थों और सहयोगियों को गिरफ्तार कर लिया है. दमोह जिले के तेजगढ़ थाना अंतर्गत इमलिया चौकी पुलिस ने फर्जी दुल्हन गिरोह के कई सदस्यों को गिरफ्तार किया है. इमलिया चौकी क्षेत्र के मनका गांव निवासी 28 वर्षीय ऋषभ जैन की शादी 12 नवंबर को जबलपुर की कृतिका उर्फ मुस्कान जैन से कराई गई थी. इस विवाह में मुन्ना चौहान, उसकी पत्नी सोना उर्फ राधा, प्रकाश पटेल और पुष्पा जैन ने मध्यस्थता की थी. दूल्हा पक्ष से शादी कराने के एवज में ₹5 लाख 50 हजार नकद लिए गए थे. शादी के करीब एक महीने बाद, दुल्हन कृतिका जैन अपनी कथित ‘बुआ’ के साथ मायके जाने का बहाना बनाकर घर से निकल गई. वह अपने साथ लगभग ₹6 लाख के कीमती जेवर भी ले गई. दूल्हा पक्ष जब उसे लेने जबलपुर पहुंचा, तो पता चला कि दोनों महिलाएं किराए का मकान खाली कर फरार हो चुकी थीं. मुख्य आरोपी दुल्हन कृतिका जैन और उसकी साथी पुष्पा जैन को उज्जैन पुलिस पहले ही अन्य मामलों में गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है. अब इमलिया चौकी पुलिस ने इस घटना में सहयोग और मध्यस्थता करने वाले अन्य सदस्यों- मुन्ना चौहान, उसकी पत्नी सोना उर्फ राधा, प्रकाश पटेल और पुष्पा जैन को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया.

भैरुंदा: ऑनलाइन पेमेंट के ज़रिए ₹1.71 लाख की ठगी

सीहोर जिले के भैरुंदा थाना क्षेत्र में एक और लुटेरी दुल्हन गैंग को गिरफ्तार किया गया, जिसने फर्जी शादी के नाम पर ऑनलाइन धोखाधड़ी की. ठगों ने युवक सचिन गुप्ता की शादी रानी नाम की फर्जी दुल्हन से तय कराई. गैंग ने बड़ी ही नाटकीय ढंग से पहले फर्जी बायोडाटा भेजा, फिर वीडियो कॉल से भरोसा दिलाया और इंदौर ले जाकर एक संस्था से फर्जी शादी सर्टिफिकेट भी बनवा दिया.

शादी के तुरंत बाद ठगी का सिलसिला शुरू हो गया. गैंग ने एक के बाद एक बहाने बनाकर सचिन गुप्ता से ऑनलाइन पेमेंट के जरिए कुल ₹1 लाख 71 हजार वसूल लिए. कपड़ों के नाम पर ₹21 हज़ार, रिश्तेदार के एक्सीडेंट और इलाज के लिए दो बार में ₹1 लाख और रिश्तेदारी बनाकर ₹50 हज़ार ऐंठे थे. फरियादी की शिकायत और बैंक ट्रांजेक्शन की जांच के बाद पुलिस ने गैंग के पांचों आरोपियों—रानी, दिव्या, राधा उर्फ राजू बाई, कृष्णकुमार और अनवर को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस ने साइबर और UPI ट्रांजेक्शन की मदद से इन तक पहुंची.

दोनों मामलों की जाँच जारी है और पुलिस अन्य संभावित पीड़ितों की तलाश कर रही है। पुलिस ने आम जनता को ऑनलाइन पेमेंट और शादी कराने वाले अज्ञात बिचौलियों (दलालों) से सावधान रहने की सलाह दी है, ताकि वे ऐसे ठगी गिरोहों का शिकार न बनें.

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