हम ओलंपिक में…” पहले मेडल पर निगाहें, तीरंदाज दीपिका कुमारी ने संभावनाओं का किया खुलासा

भारत की शीर्ष तीरंदाज दीपिका कुमारी पेरिस ओलंपिक में टीम की संभावनाओं को लेकर आश्वस्त हैं. उन्होंने कहा कि कठिन परिस्थितियों में स्पष्ट संचार से उन्हें चतुष्कोणीय आयोजन में लाभ मिलेगा. भारतीय तीरंदाज पेरिस में सभी पांच पदक स्पर्धाओं : पुरुष और महिला टीमें, व्यक्तिगत और मिश्रित श्रेणियां में प्रतिस्पर्धा करेंगे. महिला टीम में दीपिका के अलावा 2022 एशियाई खेलों की कांस्य पदक विजेता अंकिता भकत और भजन कौर सहित असाधारण प्रतिभा शामिल हैं. दीपिका ने जियोसिनेमा के ‘द ड्रीमर्स’ पर कहा,”किसी भी टीम की ताकत उसके संचार और संयोजन में निहित होती है. विभिन्न स्थितियों में एक-दूसरे का समर्थन करना आवश्यक है. हम खूब बातें करते हैं और चर्चा करते हैं कि विभिन्न परिदृश्यों से कैसे निपटा जाए. स्पष्ट संचार, विशेष रूप से कठिन परिस्थितियों में, हमारे लिए एक बड़ी ताकत है. हम ओलंपिक में अपनी संभावनाओं को लेकर आश्वस्त हैं.” अंकिता भकत, जो ओलंपिक में प्रतिस्पर्धा करने का आजीवन सपना पूरा कर रही हैं, ने टीम की प्रगति पर विश्वास व्यक्त किया. उन्होंने कहा,”जब से मैंने तीरंदाजी शुरू की है, मैंने हमेशा ओलंपिक में खेलने का सपना देखा है. अब वह सपना सच हो रहा है. पिछले विश्व कप में, हमने शायद ही कभी पोडियम मैच खेले हों, लेकिन इस बार यह अलग है. हमने अपनी शुरुआती असफलताओं से सीखा और काफी सुधार किया. प्रत्येक प्रतियोगिता में हमारा प्रदर्शन लगातार बेहतर रहा है और मुझे विश्वास है कि हम ओलंपिक में अच्छा प्रदर्शन करेंगे.” उन्होंने आत्म-विश्वास के महत्व पर जोर देते हुए कहा,”मुझे पता है कि मैं किस स्तर का प्रदर्शन करने में सक्षम हूं. जब मैं अपना 100 प्रतिशत दूंगी तो पदक निश्चित रूप से मिलेगा.”
भजन कौर ने अंकिता भकत की भावनाओं को प्रतिध्वनित किया, निरंतर सुधार और अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास करने के महत्व पर जोर दिया. कौर ने कहा,”दूसरे विश्व कप में मेरा प्रदर्शन पहले विश्व कप की तुलना में काफी बेहतर था, इसलिए मुझे पहले विश्व कप के बाद से अपनी प्रगति के बारे में विजयी महसूस होने लगा था.” कौर ने आगे कहा,”जब भी हम किसी टूर्नामेंट के लिए जाते हैं, हम अपना सर्वश्रेष्ठ देने पर ध्यान केंद्रित करते हैं, चाहे टूर्नामेंट कितना भी बड़ा क्यों न हो. हमारा लक्ष्य ओलंपिक के लिए भी कोई कसर नहीं छोड़ना है और हमें विश्वास है कि हम पेरिस से पदक लेकर लौटेंगे.”
भकत ने टीम में दीपिका कुमारी जैसी अनुभवी खिलाड़ी के होने के अमूल्य अनुभव की ओर भी इशारा किया. उन्होंने कहा,”यह एक बड़ा फायदा है कि दीपिका चौथी बार ओलंपिक में जा रही हैं. वह उन चुनौतियों को समझती हैं जिनका हमें पेरिस में सामना करना पड़ सकता है.” भजन ने कहा,”अंकिता के साथ-साथ दीपिका का अनुभव हमारी सबसे बड़ी ताकत है. वे हमारे खेल में किसी भी मुद्दे को समझने और उसे सुधारने में हमारी मदद करती हैं. एक-दूसरे से संवाद करने और समर्थन करने की हमारी क्षमता महत्वपूर्ण है.”
भारत की सबसे प्रतिष्ठित तीरंदाजों में से एक दीपिका खेल में उत्कृष्टता की प्रतीक रही हैं. पूर्व विश्व नंबर 1 तीरंदाज ने विश्व कप, एशियाई चैंपियनशिप, राष्ट्रमंडल खेल, विश्व चैंपियनशिप और एशियाई खेलों में पदक जीते हैं.